चार साल बाद भी नहीं बन पाई बाढ़ में कटी सड़क

नासिरगंज-जोगिया मार्ग पर पांच स्थानों पर कटी है सड़क आसपास के दर्जनों गांव के लोगों को आवागमन में होती है परेशानी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 10:55 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 10:55 PM (IST)
चार साल बाद भी नहीं बन पाई बाढ़ में कटी सड़क
चार साल बाद भी नहीं बन पाई बाढ़ में कटी सड़क

श्रावस्ती : जमुनहा ब्लॉक क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त इलाके को नासिरगंज कस्बे से जोड़ने वाली नासिरगंज-जोगिया मार्ग चार वर्ष पूर्व बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गई थी। क्षेत्र वासियों की मांग के बावजूद सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई। जिम्मेदारों की लापरवाही से आठ गांवों की लगभग 20 हजार की आबादी आवागमन की दुश्वारियां झेल रही है। यह सड़क गांवों को मुख्य मार्ग से जोड़ने व गड्ढा मुक्त सड़क के शासन के दावों को ठेंगा दिखा रही है।

ब्लॉक क्षेत्र के बाढ़ ग्रस्त गांव पोंदला, पोंदली, लक्ष्मनपुर सेमरहनिया, धोबिहिया, शमशेरगढ़, जोगिया व भालुहिया समेत कई गांव को नासिरगंज कस्बे से जोड़ने वाली नासिरगंज-जोगिया मार्ग 12 अगस्त 2017 को आई बाढ़ में पांच स्थानों पर कट गई थी। बाढ़ में इस मार्ग पर पोंदली गांव के पास स्थित पुल भी ढह गया था। इससे मार्ग पर आवागमन पूरी तरह से ठप है। लक्ष्मनपुर सेमरहनिया गांव निवासी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि मार्ग की मरम्मत न होने से लोगों को कच्चे रास्ते का सहारा लेना पड़ता है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व उच्चाधिकारियों से बार-बार शिकायत के बाद भी अभी तक सड़क की मरम्मत नहीं की गई है। पंकज यादव व पवन वर्मा कहते हैं कि चार वर्ष पूर्व कटी सड़क का अब तक निर्माण न हो पाने से से बरसात के महीने में आसपास के गांवों के लोगों का संपर्क बाजार से कट जाता है। इससे लोगों को दैनिक उपयोगी समान व दवा आदि लाने के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ती है। जमींदार कहते हैं कि जिम्मेदारों की उदासीनता का दंश क्षेत्रवासी झेल रहे हैं। सड़क मरम्मत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अभी तक सड़क निर्माण की स्वीकृति नहीं मिल पाई है। नए वित्तीय वर्ष में पुन: प्रस्ताव भेजा जाएगा। शासन से हरी झंडी मिलते ही निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।

-हीरालाल यादव, सहायक अभियंता, लोनिवि, श्रावस्ती।

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