रुक-रुक कर होती रही बारिश, नदी में समाए खेत
जागरण टीम श्रावस्ती रविवार को तराई में मौसम ने करवट ले ली। सुबह आसमान पर बादल घिर गए
जागरण टीम, श्रावस्ती: रविवार को तराई में मौसम ने करवट ले ली। सुबह आसमान पर बादल घिर गए। रुक-रुक कर पूरे दिन बारिश होती रही। राप्ती नदी का जलस्तर स्थिर है, लेकिन पानी का बहाव तेज होने से हरिहरपुररानी ब्लॉक में अशरफा गांव के पास लगभग 50 बीघे कृषि योग्य भूमि नदी की धारा में समाहित हो गई। बदले मौसम से लोगों को ठंड का एहसास हुआ।
सुबह जब लोग सो कर उठे तो मौसम का मिजाज खुशनुमा था। आसमान पर बादल घिरे थे। मध्यम गति से ठंडी हवाएं चल रही थीं। सुबह करीब 10 बजे बूंदाबांदी के साथ बारिश शुरू हुई। इसके बाद रुक-रुक कर पूरे दिन बरसात होती रही। बरसात के चलते भिनगा व इकौना नगर में जगह-जगह जलभराव की समस्या हुई। भिनगा नगर में प्रवेश के लिए मुख्य मार्ग पर विधायक आवास के सामने जलभराव होने से लोगों को काफी परेशानी हुई। गंदे पानी के बीच सफर करते लोग व्यवस्था को कोसते देखे गए। नदी का जलस्तर राप्ती बैराज पर 127.34 सेमी रिकॉर्ड किया गया। यहां खतरे का निशान 127.70 सेमी निर्धारित है। नदी का पानी घट रहा था। इससे तटवर्ती गांवों को राहत है। अशरफा गांव के पास नदी के तेज बहाव से रविवार को भी कटान हुई। छोटू अली, अब्दुल खालिक, अब्दुल बारिक, अब्दुल कादिर, उमर खां, गजे खां, शरीफ खां, रुतबानिशा, अकबर खां, अलादीन खां, गुलाम रसूल, असफाक खां, मेराज, इब्राहिम, मोहिद्दीन, आजाद खां, अब्दुल हकीम खां, हनीफ खां, रफीक, रज्जाक, कमरुला, उमर खां व छोटू अली की 50 बीघे से अधिक कृषि योग्य भूमि नदी की धारा में समाहित हो गई।