व्रत रख की पुत्र के दीर्घायु होने की कामना

हल छठी पर्व पर घरों में विधि-विधान से हुआ पूजन-अर्चन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 10:47 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:10 AM (IST)
व्रत रख की पुत्र के दीर्घायु होने की कामना
व्रत रख की पुत्र के दीर्घायु होने की कामना

संसू, श्रावस्ती : पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के साथ रविवार को महिलाओं ने हल छठी व्रत रखा। इस दौरान घरों में विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया गया। दीवार पर हल छठी देवी का चित्र बनाकर पूजन किया गया। इस दौरान महिलाओं ने मंगलगीत भी गाए।

भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले हल छठी पर्व के लिए महिलाओं ने व्रत रखा। पुत्र के बेहतर स्वास्थ्य व उनके दीर्घायु तथा संपन्नता की कामना के लिए घरों में पूजन कार्यक्रम आयोजित हुआ। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के पहले पड़ने वाले इस छठ को हल छठी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन व्रती महिलाएं खेत में हल से जोत कर उत्पादित किसी भी वस्तु का सेवन नहीं करती हैं। महिलाओं ने अपने प्रति पुत्र के हिसाब से छह छोटे मिट्टी या चीनी मिट्टी के बर्तनों में पांच या सात भुने हुए अनाज अथवा मेवा रखा। कांटेदार झाड़ी की एक शाखा व पलाश की एक शाखा को भूमि या किसी मिट्टी भरे गमले में लगाकर पूजा की गई। व्रत रखने वाली महिलाओं ने पड़िया वाली भैंस के दूध से बने दही व पलाश के पत्ते खाकर व्रत का समापन किया।

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