मेडिकल कॉलेज से जीत का करार खत्म, 401 कर्मियों का अटका मानदेय

जून में पूरा हो गया था समय शासन ने दो माह का दिया था एक्सटेंशन

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 09:57 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:11 AM (IST)
मेडिकल कॉलेज से जीत का करार खत्म, 401 कर्मियों का अटका मानदेय
मेडिकल कॉलेज से जीत का करार खत्म, 401 कर्मियों का अटका मानदेय

संसू, बहराइच : राजकीय मेडिकल कॉलेज में संस्था के जरिए विभिन्न पदों पर कार्यरत चिकित्सा कर्मियों को तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा है। कर्मियों को तैनात करने वाली संस्था का ढाई माह पहले करार समाप्त हो गया था। शासन की ओर से दिए गए दो माह का एक्सटेंशन भी खत्म हो गया है। कॉलेज प्रशासन की ओर से भेजी गई रिपोर्ट पर अब तक नए करार को लेकर शासन ने मंजूरी नहीं दी है। ऐसी स्थिति में चिकित्सा कर्मियों का मानदेय अटका होने से उनके सामने जीविका चलाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।

मेडिकल कॉलेज में फार्मासिस्ट समेत चतुर्थ श्रेणी के चिकित्सा कर्मियों के 401 पद सृजित हैं। इन पदों को आउट सोर्सिंग के जरिए भरने का प्रावधान किया गया है। जून 2019 में शासन ने इलाहाबाद की जीत सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड से चिकित्सा कर्मियों की तैनाती के लिए करार किया था। चार जून 2020 को जीत कंपनी का करार समाप्त हो गया। कर्मचारियों के वेतन को देखते हुए शासन ने दो माह का विस्तार दिया था। यह समयावधि भी पूरी हो गई है। 24 दिन पहले कॉलेज प्रशासन ने शासन को संस्था से करार समाप्त होने की रिपोर्ट भेजी है। शासन ने रिपोर्ट को संज्ञान नहीं लिया है। इसका सीधा असर कंपनी के जरिए रखे गए चिकित्सा कर्मियों पर पड़ रहा है। कंपनी न होने से कर्मियों का जुलाई से मानदेय का भुगतान नहीं हो पाया है। आएदिन कर्मी कॉलेज प्राचार्य के समक्ष मुद्दा उठा रहे हैं।

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कंपनी के जरिए ही भुगतान का प्रावधान

-मेडिकल कॉलेज में कार्यरत चिकित्सा कर्मियों को सीधे मानदेय कॉलेज प्रशासन भुगतान नहीं कर सकता, बल्कि आउट सोर्सिंग संस्था की तैनाती के बाद ही उन्हें मानदेय मिलेगा। करार खत्म होने से बजट के बावजूद मानदेय नहीं दिया जा रहा है।

------------------ करार समाप्त होने की रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद चिकित्सा कर्मियों का मानदेय भुगतान कर दिया जाएगा।

-डॉ. एके साहनी, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज

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