मनरेगा से तालाबों को मिला नया जीवन
जल संचयन के लिए कारगर साबित हो रहे गांवों में बने तालाब
श्रावस्ती : वर्षा जल संचयन के लिए मनरेगा जिले में सबसे कारगर साबित हो रही है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद तालाबों व नालों की खोदाई के लिए अभियान चलाया गया। इस दौरान 113 तालाबों में जमा गाद निकालकर इन्हें नया जीवन दिया गया है। यह तालाब जल संचयन के लिए तैयार हैं। समय से पहले शुरू हुई बरसात ने इस कार्य में बाधा डाली है, लेकिन लक्ष्य तक पहुंचने के लिए प्रयास जारी है।
पानी जीवन की आवश्यकता है। मनुष्य के अलावा पशु-पक्षियों का जीवन भी पानी के बिना संभव नहीं है। नीचे खिसकते भूगर्भ जल को सहेजने के लिए ताल, पोखरे व कुंओं को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। इस दिशा में मनरेगा सबसे कारगर साबित हो रही है। गांव के लोगों को रोजगार देने के साथ जल संचयन के लिए तालाब व पोखरों को नया जीवन दिया जा रहा है। इस वर्ष 222 तालाबों की खोदाई का लक्ष्य रखा गया था। इसमें से 113 तालाब बनकर तैयार हैं। समय से पहले हुई बारिश से तालाब बनाने के काम में रुकावट आई है, लेकिन खोदे जा चुके तालाब पानी से लबालब भर गए हैं।
हर गांव में तैयार हो रहे तालाब
डीसी मनरेगा उपेंद्र कुमार पाठक ने बताया कि मनरेगा से हर गांव में तालाब व नाले तैयार कराए जा रहे हैं। जल संरक्षण के लिए यह कार्य प्राथमिकता से कराया जा रहा है। बारिश के चलते काम में थोड़ी रुकावट आई थी। पूरी रफ्तार के साथ नए सिरे से काम शुरू हो गया है। ब्लाकवार बने तालाबों का विवरण ब्लाक लक्ष्य बने तालाब
इकौना 38 31
गिलौला 46 32
एचपीरानी 39 06
जमुनहा 69 28
सिरसिया 30 16
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कुल 222 113
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