घर से खेत खलिहान तक अब चुनाव परिणाम पर चर्चा
छोटे मजरों की हवा समझ कर बड़े गांव अपनी ओर सत्ता पहुंचने का कर रहे दावा
श्रावस्ती : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद अब घर से खेत-खलिहान तक जीत-हार के समीकरण पर चर्चा शुरू हो गई है। मतदाता अपनी गणित से प्रत्याशियों को विजय दिला रहे हैं। समर्थकों का हौसला देख उम्मीदवारों ने भी जश्न का दौर शुरू कर दिया है।
गांव की सरकार बनाने के लिए मतदाताओं ने पूरे मनोयोग से वोट डाले हैं। देरी से चुनाव होने से गांव के लोगों का जुड़ाव लगभग छह माह से चुनाव से बना हुआ था। मतदान होने के बाद अब समर्थक अपने-अपने प्रत्याशी के जीत की संभावनाएं तलाश रहे हैं। ग्राम पंचायतों में छोटे मजरों के मतदाताओं की हवा परखने की कोशिश की जा रही है। इसके सहारे बड़े गांव अपनी-अपनी वोट सत्ता पहुंचने का दावा कर रहे हैं। हरिहरपुररानी ब्लॉक के अमवा ग्राम पंचायत में शनिवार को दोपहर में चौपाल लगाकर बैठे लोग जीत-हार के समीकरण पर चर्चा कर रहे थे। गांव के किशोर ने कहा कि प्रधान पद के लिए उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने से इस बार जीत-हार का अंतर बहुत कम होगा। लगभग सभी परिवारों के मतदाताओं ने अपने वोट उम्मीदवारों में बांट दिए हैं। दीपक पाठक ने कहा कि सीट आरक्षित होने के बाद माना जा रहा था कि मुकाबला हल्का होगा। सीमित लोग ही मैदान में उतरेंगे, लेकिन उम्मीदवारों ने कमर कसकर मेहनत की है। परिणाम के लिए अभी कुछ अनुमान लगा पाना मुश्किल होगा। चौपाल में बैठे लोग जातिवार व मुहल्लेवार मतदाताओं की अनुमानित गणना के आधार पर जीत-हार की भविष्यवाणी कर रहे थे।
समर्थकों के उत्साह से बढ़ा उम्मीदवारों का हौसला
मतदान के बाद उत्साह के साथ समर्थक अपने उम्मीदवारों के घर मिलने पहुंच रहे हैं। यह सिलसिला सुबह सात बजे से देर रात तक चलता रहता है। किस प्रत्याशी के घर मिलने वालों की कितनी भीड़ लग रही है, इस आधार पर भी जीत-हार का समीकरण बनाया जा रहा है। समर्थकों की संख्या देख उम्मीदवारों का हौसला बढ़ा हुआ है। दो मई को मतगणना के बाद जश्न मनाने की तैयारी शुरू हो गई है।