कोविड से अनाथ बालिकाओं के हाथ पीले कराएगी सरकार

आवेदन में बालिकाओं की मदद करेगी टास्क फोर्स व बाल संरक्षण इकाई

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 10:24 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 10:24 PM (IST)
कोविड से अनाथ बालिकाओं के हाथ पीले कराएगी सरकार
कोविड से अनाथ बालिकाओं के हाथ पीले कराएगी सरकार

श्रावस्ती : मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कोविड-19 से प्रभावित अथवा अनाथ हुई बालिकाओं के विवाह में आर्थिक मदद दी जाएगी। इस संबंध में महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव वी. हेकाली झिमोमी ने डीएम को पत्र भेजकर आवेदन आमंत्रित करने के साथ त्वरित निस्तारण के लिए कहा है। आर्थिक सहायता व अनुदान से संबंधित दस्तावेजों की जांच 15 दिन में पूरी कर ली जाएगी। इसके तहत लाभ प्राप्त कर रही बालिकाओं को उनके विवाह के लिए आर्थिक सहायता व अनुदान की धनराशि दी जाएगी। विवाह के लिए निर्धारित की गई तिथि को वर की आयु 21 वर्ष व वधू की आयु 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। विवाह की तिथि के 90 दिन पूर्व से विवाह होने की तिथि के 90 दिन के अंदर आवेदन किया जाना अनिवार्य होगा।

ऐसे करें आवेदन

ऐसी सभी बालिकाएं स्वयं अथवा उनके माता/पिता, संरक्षक योजना का लाभ लेने के लिए आफलाइन आवेदन कर सकेंगे। आवेदनपत्र के साथ आवश्यक अभिलेखों की स्वप्रमाणित प्रति संलग्न करना अनिवार्य होगा। आवेदन पत्र को ग्रामीण क्षेत्रों में संबंधित ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी के पास या ब्लाक अथवा जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में तथा शहरी क्षेत्रों में संबंधित क्षेत्र के लेखपाल, तहसील या जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में जमा किया जा सकता है।

यह है आवश्यक प्रपत्र

बालिका व उसके वर्तमान अभिभावक की फोटो समेत पूर्ण आवेदन पत्र। माता-पिता अथवा वैध संरक्षक का मृत्यु प्रमाणपत्र व कोविड-19 से मृत्यु संबंधी साक्ष्य। वर व वधू का आयु प्रमाणपत्र, परिवार रजिस्टर की नकल अथवा किसी सरकारी दस्तावेज की प्रति, जिसमें आयु का उल्लेख हो। विवाह की तिथि नियत होने या विवाह संपन्न होने संबंधी अभिलेख तथा विवाह का कार्ड व निवास तथा आय प्रमाण पत्र होना जरूरी है। परिवार की आय सालाना तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।

15 दिन में पूरी होगी प्रक्रिया व जांच

सभी चिह्नित बालिकाएं या उनके अभिभावकों से जिला बाल संरक्षण इकाई सीधे संपर्क कर उनके आवेदन पत्र के जांच की प्रक्रिया 15 दिन में पूरा कराएगी। जिला स्तरीय टास्क फोर्स इसके लिए जिला बाल संरक्षण इकाई का पर्यवेक्षण करेगी तथा यह सुनिश्चित कराएगी कि सभी बालिकाओं के आवेदन पत्र समय से प्राप्त कर लिए गए हैं।

chat bot
आपका साथी