सफेद हाथी बना सीएचसी का जन औषधि केंद्र

सीएचसी शामली परिसर स्थित प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र सफेद हाथी साबित हो रहा है। करीब दो साल से एक भी दवा की आपूर्ति नहीं हुई है। छह माह से अधिक से एक भी दवा नहीं है। ऐसे में मरीजों को सस्ती दवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। केंद्र खुलता जरूर है पर कोई फायदा ही नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:07 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 11:07 PM (IST)
सफेद हाथी बना सीएचसी का जन औषधि केंद्र
सफेद हाथी बना सीएचसी का जन औषधि केंद्र

शामली, जागरण टीम। सीएचसी शामली परिसर स्थित प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र सफेद हाथी साबित हो रहा है। करीब दो साल से एक भी दवा की आपूर्ति नहीं हुई है। छह माह से अधिक से एक भी दवा नहीं है। ऐसे में मरीजों को सस्ती दवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। केंद्र खुलता जरूर है, पर कोई फायदा ही नहीं है।

अगस्त 2018 में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) परिसर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खुला था। इसका संचालन महाराजा विनायक सोसाइटी करती है। तब कहा गया था कि 650 से अधिक जेनेरिक दवा और सर्जिकल उत्पाद मिलेंगे। सर्जिकल उत्पाद तो कभी आए नहीं और दवा भी 200 से 250 तरह तक की रही। करीब दो साल हो चुके हैं, लेकिन केंद्र पर दवा नहीं आ रही हैं। दरअसल, जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवा बाजार के मुकाबले 70 फीसद तक सस्ती होती हैं। सीएचसी में ही मरीजों की काफी संख्या होती है। चिकित्सक बाहर की दवा भी लिखते हैं। पूर्व में सस्ती दवा मिल जाती थी, लेकिन अब तो महंगी ब्रांडेड दवा ही खरीदने को मजबूर होना पड़ता है।

केंद्र के फार्मेसिस्ट सुनील ने बताया कि केंद्र पर अब कोई दवा नहीं है। अब कुछ एक्सपायर हो चुकी दवा बची हैं। उनके समेत दो कर्मचारी काम करते हैं। हमारा वेतन भी कई माह से नहीं मिला है। कुछ दिन पहले सोसाइटी के अधिकारी आए थे। आश्वासन तो दिया गया है कि जल्द ही दवा मिल जाएगी। दवाओं की डिमांड पूर्व में ही भेजी जा चुकी है। केंद्र को खुला देखकर काफी लोग आते हैं, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ता है। उधर, सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश चंद्रा का कहना है कि सीएचसी में पर्याप्त दवा हैं।

-----

जब दवा थी तब ब्रांड लिखते थे चिकित्सक

जन औषधि केंद्र पर जब दवा हुआ करती थी, तब सीएचसी के चिकित्सक पर्चे पर दवा का ब्रांड ही लिखा करते थे। अब दवा नहीं है तो साल्ट भी लिख देते हैं। दरअसल, ब्रांड से यह पता लगाना मुश्किल होता है कि साल्ट क्या है। जन औषधि केंद्र की जेनेरिक दवाओं पर साल्ट ही लिखा होता है।

chat bot
आपका साथी