कर्मचारियों की लापरवाही के कारण खुले में रखा गेहूं

कस्बा गढ़ीपुख्ता स्थित गेहूं क्रय केंद्र के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण खुले में रखे गेहूं के खराब होने का खतरा है। वहीं केंद्र पर आने वाले किसानों भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 10:59 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 10:59 PM (IST)
कर्मचारियों की लापरवाही के कारण खुले में रखा गेहूं
कर्मचारियों की लापरवाही के कारण खुले में रखा गेहूं

जेएनएन, शामली। कस्बा गढ़ीपुख्ता स्थित गेहूं क्रय केंद्र के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण खुले में रखे गेहूं के खराब होने का खतरा है। वहीं केंद्र पर आने वाले किसानों भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग की है।

कस्बा गढ़ीपुख्ता स्थित गेहूं क्रय केंद्र के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण करीब एक सप्ताह पूर्व खरीदा गया गेहूं अभी भी खुले में रखा है। आए दिन मौसम खराब होने और बारिश से गेहूं के खराब होने का खतरा है, लेकिन अभी तक भी गेहूं को गोदामों में नहीं पहुंचाया गया है। वहीं, केंद्र पर गेहूं लेकर आने वाले किसानों का गेहूं भी नहीं खरीदा जा रहा है। शनिवार को हुई बारिश के बावजूद भी गेहूं की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए। गेहूं की बोरियों पर केवल पालीथीन डाल दी गई, जोकि बोरियों को पूरी तरह नहीं ढक पाई। केंद्र पर तैनात लिपिक पप्पू शर्मा ने बताया कि जब तक केंद्र के बाहर रखा गेहूं नहीं उठाया जाता तब तक किसानों से गेहूं की खरीद नहीं होगी।

शामली चीनी मिल में भी पेराई सत्र हुआ समाप्त

शामली। अपर दोआब चीनी मिल शामली में भी पेराई सत्र संपन्न हो गया है। पिछले साल के मुकाबले करीब सात लाख कुंतल कम गन्ने की पेराई हुई है। जिले में तीन चीनी मिल हैं। ऊन व थानाभवन चीनी मिल ने मई के प्रथम सप्ताह में ही पेराई सत्र का समापन कर दिया था।

शामली चीनी मिल हर वर्ष सबसे देर तक चलती है। दो मई से गन्ने की आवक बढ़ने पर शहर में जाम लगा था। इस कारण इंडेंट भी रोकना पड़ा। शुक्रवार को जाम से राहत मिली थी और इससे पहले मिल ने पूरा इंडेंट जारी कर दिया था। शनिवार को गन्ने की आवक काफी कम रही और मिल में पेराई क्षमता से काफी कम चलती रही। मिल की ओर से किसानों को सूचना भी दी गई है कि जल्दी गन्ना लेकर आ जाएं।

रविवार को दोपहर में नो-केन होने पर पेराई बंद कर दी गई। मिल के मेन गेट को बंद कर दिया गया। हालांकि इसके बाद किसी किसान के आने की सूचना नहीं मिली। गत वर्ष 13 जून तक मिल चला था। चीनी मिल के वरिष्ठ प्रबंधक (गन्ना) दीपक राणा ने बताया कि आगामी पेराई सत्र के लिए गन्ने के क्षेत्रफल का सर्वेक्षण अब जल्द शुरू कर दिया जाएगा। 113 लाख कुंतल गन्ने की पेराई की गई है।

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