251 गांव के ग्रामीणों के हाथों में जल्द होगी आवास की घरौनी

आखिरकार लंबे इंतजार के बाद अब ग्रामीणों को उनकी आवासी संपत्तियों पर मालिकाना हक मिलने का रास्ता साफ हो गया है। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत जिले के 251 गांवों में घरौनी का सर्वे पूरा हो चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 11:21 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 11:21 PM (IST)
251 गांव के ग्रामीणों के हाथों में जल्द होगी आवास की घरौनी
251 गांव के ग्रामीणों के हाथों में जल्द होगी आवास की घरौनी

शामली, जागरण टीम। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद अब ग्रामीणों को उनकी आवासी संपत्तियों पर मालिकाना हक मिलने का रास्ता साफ हो गया है। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत जिले के 251 गांवों में घरौनी का सर्वे पूरा हो चुका है। इनमें से 185 गांवों के सही मानचित्र भी तैयार हो चुके हैं, हालांकि 66 नक्शे सर्वे आफ इंडिया से मिलना बाकी है, लेकिन अफसरों का दावा है कि कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। शीघ्र ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों का घरौनी का सपना साकार हो सकेगा।

प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना जिले के 251 गांव के ग्रामीणों के लिए वरदान साबित होगी। योजना के तहत जिले के सभी गांवों के आबादी क्षेत्र का ड्रोन के जरिये हवाई सर्वेक्षण कराकर उसके आधार पर तैयार कराए गए हैं। जनपद के सभी गांवों में ड्रोन के जरिए हवाई सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। सर्वे आफ इंडिया की टीम ने जिले के सभी 251 गांवों का सफलता से सर्वे पूरा किया है। इनमें सर्वे पूरा होने के बाद 185 गांवों के सही से मानचित्र भी तैयार हो चुके हैं। इसके तहत अब केवल 66 गांव के मानचित्र ही सर्वे आफ इंडिया से मिलना बाकी रह गया है। ग्रामीणों की घरौनी बनाने का काम चल रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि विस चुनाव-22 से पहले ही पीएम मोदी हर पात्र ग्रामीण के हाथों में उनके घरों की घरौनी देकर सपना साकार करेंगे। चुनावी साल में गांवों के लोगों को आवासीय संपत्तियों के स्वामित्व प्रमाणपत्र (ग्रामीण आवासीय अभिलेख, घरौनी) बंटवाने की तैयारी है।

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क्या हौती है आवास की घरौनी

प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना उन ग्रामीणों को उनकी जमीन का मालिकाना हक दिला रही है। जिनका सरकारी आंकड़ों में कोई रिकार्ड दर्ज नहीं है। दरअसल, ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले काफी लोगों के पास उनकी आवासीय जमीन के मालिकाना हक से जुड़े कोई जरूरी दस्तावेज नहीं होते हैं। कृषि भूमि की खतौनी होती है, लेकिन आवास का दस्तावेज नहीं होता है। इसलिए खतौनी की तर्ज पर घरौनी मुहैया कराई जाएगी। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना ऐसे ही ग्रामीणों को उनकी आवासीय जमीन का मालिकाना हक तय कर रही है।

इन्होंने कहा---

जनपद के कुल 251 गांवों का सर्वे पूरा हो चुका है। सर्वे पूर्ण हुए गांवों से 185 के सही मानचित्र तैयार होकर मिल चुके हैं। बाकी 66 के नक्शें सर्वे आफ इंडिया से मिलना है। जिले के 145 ग्रामों की घरौनी तैयार की जा चुकी है। बाकी पर भी जल्द ही कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

- संतोष कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी शामली

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