हड़ताल से टीकाकरण समेत विभिन्न स्वास्थ्य सेवा प्रभावित
एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर दूसरे दिन भी सीएमओ कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया गया। संविदाकर्मियों की हड़ताल के कारण कोरोनारोधी टीकाकरण से लेकर तमाम स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रहे हैं।
शामली, जागरण टीम। एनएचएम संविदा कर्मचारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर दूसरे दिन भी सीएमओ कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया गया। संविदाकर्मियों की हड़ताल के कारण कोरोनारोधी टीकाकरण से लेकर तमाम स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रहे हैं।
एनएचएम के अंतर्गत चिकित्सक, नर्स, एएनएम, लैब तकनीशियन आदि संविदा पर कार्यरत हैं। कर्मचरियों की मांग है कि संविदा कर्मचारियों को अन्य राज्यों की तरह नियमित किया जाए और संविदा के सापेक्ष स्वास्थ्य विभाग में पद सृजित किए जाएं। संविदा कर्मचारियों को एक समान मानदेय दिया जाए। हरियाणा सरकार की तरह सातवें वेतन आयोग के तहत महंगाई भत्ता व अन्य लाभ और बिहार सरकार की तरह नौकरी सुरक्षा प्रदान की जाए। संविदा कर्मचारियों के रिक्त पदों पर इच्छुक कर्मचारियों के लिए गैर जनपदीय स्थानांतरण की व्यवस्था को बहाल किया जाए। आउटसोर्स के तहत कार्यरत कर्मचारियों को जिला स्वास्थ्य समिति के तहत समायोजित किया जाए। कर्मचारियों के लिए बीमा पालिसी का निर्धारण किया जाए और आशा बहुओं का मानदेय निर्धारित किया जाए। उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष संगीत शर्मा ने कहा कि संविदा कर्मचारियों से राजकीय व साप्ताहिक अवकाशों में भी कार्य लिया जा रहा है। कोरोनाकाल और टीकाकरण में लगातार काम करते आ रहे हैं, लेकिन हमारी मांगों पर शासन ध्यान नहीं दे रहा है। इस दौरान बबली यादव, अरुण तोमर, अतुल गर्ग, राहुल त्यागी, डा. शौर्य मलिक, गीता, गौरव कुमार, अनु चौधरी, गौरव कुमार, प्रिया, मोनिका, आरिश खान, तौहीद आदि मौजूद रहे। बाक्स
23 केंद्रों पर नहीं हुआ टीकाकरण
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राजकुमार सागर ने बताया कि कोरोनारोधी टीकाकरण के लिए 82 केंद्र प्रस्तावित किए गए थे, लेकिन 23 केंद्र पर संविदा पर तैनात एएनएम नहीं पहुंची। ऐसे में उन केंद्रों पर टीकाकरण नहीं हुआ। शेष 59 केंद्र पर टीकाकरण हुआ। ओपीडी, कोरोना जांच भी प्रभावित
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत कार्यरत कर्मचारियों की ड्यूटी कोरोना जांच में रहती है, लेकिन उक्त कर्मचारी भी एनएचएम के तहत संविदा पर हैं। ऐसे में वह भी हड़ताल रहे और कोरोना जांच पर भी हड़ताल का प्रभाव पड़ रहा है। इसके अलावा कई चिकित्सक भी संविदा पर हैं और ऐसे में ओपीडी भी थोड़ी प्रभावित रही। साथ ही टीबी और पैथोलाजी जांच पर भी पड़ रहा है।