गन्ना भुगतान को भाकियू का बेमियादी धरना शुरू, चढ़ाई भट्ठी

शामली गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने कलक्ट्रेट में बेमियादी धरना शुरू कर दिया है। भाकियू के बैनर तले पहुंचे किसानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर गन्ना डाल दिया। साथ ही भट्ठी भी चढ़ा दी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 10:50 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 10:50 PM (IST)
गन्ना भुगतान को भाकियू का बेमियादी धरना शुरू, चढ़ाई भट्ठी
गन्ना भुगतान को भाकियू का बेमियादी धरना शुरू, चढ़ाई भट्ठी

शामली : गन्ने के बकाया भुगतान को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने कलक्ट्रेट में बेमियादी धरना शुरू कर दिया है। भाकियू के बैनर तले पहुंचे किसानों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर गन्ना डाल दिया। साथ ही भट्ठी भी चढ़ा दी है। जिला गन्ना अधिकारी के साथ ही तीनों चीनी मिल के अधिकारियों व ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता को भी धरने पर बैठाया। भुगतान को लेकर वार्ता हुई, लेकिन सहमति नहीं बन सकी।

23 अक्टूबर को भाकियू ने संपूर्ण गन्ना भुगतान की मांग को लेकर ज्ञापन दिया था और ऐसा नहीं होने पर 29 अक्टूबर से कलक्ट्रेट में धरना शुरू करने का ऐलान किया था। गुरुवार को सुबह 11 बजे से किसान ट्रैक्टर-ट्राली लेकर पहुंचने लगे थे। दोपहर में करीब 12 बजे धरना शुरू किया और कुछ किसान गन्ने लेकर आए थे, जिसे जिला अधिकारी के बाहर डाल दिया। पुलिसकर्मियों ने समझाने-रोकने की कोशिश की, लेकिन किसान नहीं माने। भाकियू के प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पंवार ने कहा कि सरकार को किसानों की कोई चिता नहीं है। जिले के गन्ना किसानों को 400 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। आज किसान पूछ रहा है कि अच्छे दिन कहां हैं। जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने कहा कि किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ रहा है। पहले ही गन्ने का भाव काफी कम है और जो है, वह भी समय से नहीं मिलता। सरकार बताए कि 14 दिन में गन्ना भुगतान के वायदे का क्या हुआ। इस दौरान शामली ब्लाक अध्यक्ष दीपक शर्मा, गुड्डु बनत, पुष्पेंद्र निर्वाल, संजीव राठी, मास्टर जाहिद, योगेंद्र, बिजेंद्र सिंह, अजीत निर्वाल, अजीत नंगली, ओमवीर सिंह, देशपाल चौधरी, गय्यूर, उदयवीर सिंह, ओमपाल आदि मौजूद रहे।

---- दस दिन के भुगतान पर नहीं राजी जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह, शामली चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना डा. कुलदीप पिलानिया, थानाभवन मिल के महाप्रबंधक जेबी तोमर, ऊन चीनी मिल के महाप्रबंधक अनिल अहलावत धरने पर पहुंचे। किसानों ने उन्हें वहीं पर बैठा लिया और अपनी समस्याओं से विस्तार से अवगत कराया। इसके बाद कलक्ट्रेट सभागार में भाकियू प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप पंवार व अन्य कुछ पदाधिकारियों के साथ वार्ता की गई। कुलदीप पंवार ने कहा कि तीनों चीनी मिल फिलहाल 40 करोड़ का भुगतान करने पर राजी हैं। यह केवल दस-दस दिन का भुगतान है। सहमति नहीं बनी और धरना जारी रहेगा। जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने बताया कि इतना कम भुगतान करने से कुछ नहीं होगा। हम धरने पर बैठे रहेंगे। कम से कम कुल बकाये का 50 फीसदी तो किसानों को अभी मिलना चाहिए। ---

कनेक्शन कटा तो होगा पुरजोर विरोध

भाकियू ने धरने पर बिजली बिल का बकाया जमा न होने पर काटे जा रहे कनेक्शन का मुद्दा भी उठाया। भाकियू जिलाध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि जिले में दस हजार से अधिक बकाया होने पर 800 से अधिक किसानों का बिजली कनेक्शन काटा गया है। जब किसान को गन्ने का बकाया नहीं मिल रहा है तो कैसे बिल जमा करें। ऊर्जा निगम तो हमारे कनेक्शन काट देता है, लेकिन हम अपने भुगतान के लिए क्या करें। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता जेके पाल से कहा कि संपूर्ण भुगतान होने तक कोई कनेक्शन नहीं काटा जाना चाहिए। अगर काटा गया तो पुरजोर विरोध होगा और जिम्मेदारी प्रशासन व ऊर्जा निगम की होगी। अधीक्षण अभियंता ने कहा कि वह इस संबंध में कोई ठोस आश्वासन नहीं दे सकते। लेकिन उच्चाधिकारियों को जरूर अवगत करा देंगे।

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भाकियू को दिया समर्थन

युवा किसान नेता राजन जावला भी किसानों को साथ लेकर धरने पर पहुंचे और भाकियू का समर्थन किया। जिलाध्यक्ष ने उन्हें भाकियू टोपी पहनाकर आभार व्यक्त किया। राजन ने कहा कि किसानों को एकजुट होकर हक की लड़ाई लड़नी होगी। सरकार को किसानों की ताकत का अहसास कराना जरूरी है।

गुड़गुड़ाया हुक्का, बनी ताहरी

बुजुर्ग किसान धरने पर हुक्का लेकर पहुंचे थे। शासन-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हुक्का गुड़गुड़ा रहे थे। साथ ही धरने के पहले दिन खाने में ताहरी बनाई गई थी। किसानों का कहना था कि अब भट्ठी चढ़ गई है। खून-पसीने की कमाई लेकर ही उठेंगे।

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