मुसीबत का सबब बन सकती है अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट
अनजान और विशेष रूप से अनजान लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आपके लिए बड़ी मुसीबत का सबब बन सकती है। फ्रेंड रिक्वेस्ट के माध्यम से अश्लील तस्वीरें रिकार्ड की जाती है। इसके बाद शुरू होता है ब्लैकमेलिग का खेल।
शामली, जागरण टीम। अनजान और विशेष रूप से अनजान लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आपके लिए बड़ी मुसीबत का सबब बन सकती है। फ्रेंड रिक्वेस्ट के माध्यम से अश्लील तस्वीरें रिकार्ड की जाती है। इसके बाद शुरू होता है ब्लैकमेलिग का खेल। बदनामी के डर से लोग पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराते और यही बात इस गैंग के लोगों के लिए हथियार बन जाती है। गढ़ीपुख्ता के दो लोग शिकार हो चुके हैं।
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कैसे काम करता है गिरोह
सबसे पहले गिरोह के सदस्य कुछ नंबरों को चिह्नित करते हैं। डीपी और फेसबुक से फोटो उठाए जाते हैं और अन्य जानकारियां एकत्र की जाती हैं। इसके बाद उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है। रिक्वेस्ट स्वीकार हो जाती है तो फिर चैट शुरू होती है। गिरोह में शामिल लड़कियां उसका वाट्सएप नंबर लेती हैं और बातचीत शुरू हो जाती है। फिर होती है वीडियो काल।
वीडियो काल के दौरान ही अश्लील रिकार्डिंग की जाती है और फिर शुरू होता है ब्लैकमेल करने का सिलसिला। बदनामी का डर दिखाकर पैसे वसूले जाते हैं। लोग बदनामी के डर से पुलिस के पास जाने से बचते हैं।
इनका कहना है
इस तरह का ट्रेंड चल रहा है। युवाओं को अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट और अनजान लोगों को अपना वाट्सएप नंबर देने से बचना चाहिए। अनजान लड़की बात करे तो तत्काल सतर्क हो जाएं। वीडियो काल के समय रियर कैमरा चलाएं, फ्रंट कैमरा बंद कर दें।
कर्मवीर सिंह, प्रभारी साइबर सेल, शामली
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प्रकरण-एक
एक पुलिसकर्मी के पास एक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। इसके बाद बात शुरू हुई और फिर नंबरों का आदान-प्रदान। इसके बाद वाट्सअप काल शुरू हुई। पहले वायल काल और उसके बाद वीडियो काल। यहीं से शुरू हुआ ब्लैक मेलिग का खेल। हालांकि शुक्र यह रहा है कि पुलिसकर्मी अश्लील वीडियो बनने से पहले ही सतर्क हो गया। गैंग के लोगों के चंगुल से बच गया।
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प्रकरण-दो
कस्बा निवासी एक युवक गिरोह के चंगुल में फंस गया। इसके बाद उससे पैसे की रिमांड हुई। युवक ने पैसा देने में आनाकानी की तो अश्लील वीडियो दिखाई गई। युवक ने आनलाइन भुगतान भी किया। फिर अपना नंबर ही बंद कर दिया। हालांकि युवक लुट-पिटकर भी कुछ बताने को तैयार नहीं है।