आज चार स्थानों पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे व्यापारी
शामली जेएनएन। राहत पैकेज की मांग को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के आह्वान पर बुधवार को धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। मंगलवार को सुभाष चौक स्थित कार्यालय पर बैठक हुई।
शामली, जेएनएन। राहत पैकेज की मांग को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के आह्वान पर बुधवार को धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। मंगलवार को सुभाष चौक स्थित कार्यालय पर बैठक हुई। तय हुआ कि शहर में चार स्थानों पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे।
व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम दास गर्ग ने कहा कि लाकडाउन में अधिकांश दुकानें बंद रहीं, जिससे व्यापारियों की आर्थिक स्थिति पर बेहद प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। व्यापारी को कर्मचारियों का वेतन भी देना है और बिजली बिल, आयकर, बैंक ऋण की किस्त व ब्याज का भी दबाव है। सरकार से लंबे समय से मांग की जा रही है कि छोटी व्यापारियों की सुध ले और राहत पैकेज का ऐलान किया जाए। लेकिन निर्णय नहीं लिया गया है। नवंबर में भी प्रदेश के तमाम जिलों में धरना-प्रदर्शन किया गया था। अगर दिसंबर माह के अंत तक राहत पैकेज का ऐलान नहीं हुआ तो जनवरी में दिल्ली कूच के लिए मजबूर होना पड़ेगा। कोरोनाकाल में व्यापारियों ने योद्धा के रूप में काम किया है। व्यापार मंडल ने निर्णय लिया है कि शामली में सुभाष चौक, फव्वारा चौक, अजुध्या चौक, वर्मा मार्केट तिराहे और जिले के सभी कस्बों में काली पट्टी बांधकर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रजभूषण संगल, प्रदेश संगठन महामंत्री सुभाष चंद्र, मनोज मित्तल , नरेंद्र अग्रवाल, आशु पुरी, शिवांग गर्ग आदि मौजूद रहे।
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व्यापार मंडल की मांग
-तीन माह का बिजली बिल पूरी तरफ माफ किया जाए।
-तीन माह के बैंक ऋण की किस्त व ब्याज की जिम्मेदारी सरकार ले।
-बिजली की कमर्शियल दरें कम कर घरेलू के बराबर की जाए।
-60 वर्ष आयु से अधिक के व्यापारियों को तत्काल प्रभाव से पेंशन योजना का लाभ मिले।-व्यापारियों के स्टाक का बीमा कराया जाए और जिम्मेदारी सरकार ले।----
बोले व्यापारी
व्यापारी अपनी पीड़ा सरकार को लंबे समय से बताते आ रहे हैं। लंबे वक्त तक व्यापार पूरी तरह बंद रहे। सरकार से मदद की जरूरत है।
- घनश्याम दास गर्ग, अध्यक्ष, पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल आज व्यापारियों के सामने काफी समस्या हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार हमारी सुनेगी और राहत देने का फैसला जल्द लिया जाएगा।
- नीरज तायल, व्यापारी विभिन्न माध्यमों से सरकार को समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है। हमारी सभी मांगें जायज हैं। मजबूरी में आंदोलन के लिए बाध्य हैं।
- रवि संगल, व्यापारी जब हमारा काम ही ठप रहा तो कैसे बैंक ऋण का ब्याज व किस्त को जमा करें। अभी तक व्यापारियों की अर्थव्यवस्था पटरी पर नहीं है।
-मनोज मित्तल, व्यापारी