समय से करें गन्ने की फसल में रोग-कीट की रोकथाम
कृषि विज्ञान केंद्र और अपर दोआब चीनी मिल की ओर से आनलाइन प्रशिक्षण आयोजन किया गया। विशेषज्ञों ने किसानों गन्ने की फसल को रोग से बचाने और बेहतर पैदावार के बारे में विस्तार से बताया।
शामली, जागरण टीम। कृषि विज्ञान केंद्र और अपर दोआब चीनी मिल की ओर से आनलाइन प्रशिक्षण आयोजन किया गया। विशेषज्ञों ने किसानों गन्ने की फसल को रोग से बचाने और बेहतर पैदावार के बारे में विस्तार से बताया।
मुख्य अतिथि सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डा. आरके मित्तल, विशिष्ट अतिथि सरदार वल्लभभाई पटेल यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलाजी मेरठ के बोर्ड सदस्य निखिल त्यागी, अपर दोआब चीनी के महाप्रबंधक (गन्ना) डा. कुलदीप पिलानिया रहे। कृषि विज्ञान केंद्र शामली के वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने किसानों को बताया कि गन्ने की फसल में लगने वाले रोग-कीट की समय पर रोकथाम करना जरूरी है। उन्होंने टापर बोरर, आर्मी वर्मी कीट, पोका बोइंग आदि के लक्षणों के बारे में बताया। कृषि विज्ञान केंद्र शामली के अध्यक्ष डा. सतीश कुमार, वैज्ञानिक डा. ओंकार सिंह, डा. एसपी सिंह, चीनी मिल के अतिरिक्त महाप्रबंधक (गन्ना) केपीएस सरोहा, वरिष्ठ प्रबंधक (गन्ना) दीपक राणा ने भी विचार रखे। शामली, बिजनौर, सहारनपुर से 150 से अधिक किसान प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़े। कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त निदेशक प्रसार गोपाल सिंह ने की। उमस से मिली राहत, तापमान तीन डिग्री कम हुआ
जागरण संवाददाता, शामली: सुबह तेज बारिश रही, लेकिन रुक-रुककर बूंदाबांदी दिनभर चलती रही। तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। अधिकतम तापमान 27 और न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा। 151 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है।
मंगलवार को बारिश के बाद भी काफी उमस हो गई थी। देर रात बूंदाबांदी शुरू हो गई तो उमस से कुछ राहत मिली थी। बुधवार को भी दिनभर बारिश होती रही थी। ऐसे में गर्मी-उमस से पूरी तरह निजात रही और मौसम सुहावना बना रहा। सुबह तेज बारिश थी तो जरूरी काम वाले ही घरों से निकले। अस्पतालों, कलक्ट्रेट, बाजारों आदि में भीड़ रही।