मुकदमा वापस लेने को मिल रही धमकी, पलायन को मजबूर परिवार
थानाभवन में मारपीट का मुकदमा वापस लेने के लिए पीड़ित को धमकाया जा रहा है। पीड़ित परिवार ने पलायन करने की मजबूरी जताई है। पुलिस ने शिकायत नहीं मिलने की बात कही है।
जेएनएन, शामली। थानाभवन में
मारपीट का मुकदमा वापस लेने के लिए पीड़ित को धमकाया जा रहा है। पीड़ित परिवार ने पलायन करने की मजबूरी जताई है। पुलिस ने शिकायत नहीं मिलने की बात कही है।
थानाभवन क्षेत्र के निकटवर्ती गांव कैल शिकारपुर निवासी विजेंद्र सिंह अपनी पत्नी के साथ क्षेत्राधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई। बताया कि गांव के ही आरोपितों ने भूमि विवाद को लेकर पीड़ित के साथ मारपीट की थी। मामले में जानलेवा हमला करने, मारपीट करने संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जोकि न्यायालय में विचाराधीन है। गत पांच सितंबर को आरोपितों ने दोबारा पीड़ित की पत्नी के साथ मारपीट की। इसका मुकदमा गढ़ी पुख्ता थाने में दर्ज कराया गया। आरोप है कि आरोपितों द्वारा पीड़ित को मुकदमे वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा है। जिसे लेकर पीड़ित का परिवार खौफ में है। वह अपने परिवार को लेकर गांव छोड़ने को मजबूर है। उधर, हल्का के दारोगा अशोक कुमार ने बताया कि मामले में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पीड़ित द्वारा बताए गए मामले में तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर तफ्तीश की जा रही है। इसके बावजूद पीड़ित द्वारा ऐसी कोई बात नहीं बताई गई, जिसमें मुकदमा वापस लेने के लिए धमकाया जा रहा हो। शिकायत आने पर मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
धमकी देने का आरोप
गढ़ी अब्दुल्ला खां निवासी एक व्यक्ति ने पड़ोसी कुछ लोगों पर गाली गलौज और धमकी देने का आरोप लगाते हुए संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत की है।
गढ़ी अब्दुल्ला खां निवासी मनोज अरोड़ा ने शनिवार को ऊन तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि उसके घर के सामने एक दंबग परिवार रहता है। उक्त लोग घर के बाहर आए दिन गोबर से भरी ट्रैक्टर ट्राली खड़ी कर देते हैं, जिससे न केवल मोहल्ले में बदबू आती रहती है, वहीं गली में भी गंदगी फैल जाती है। उन्होंने उक्त लोगों को कई बार गली से ट्रैक्टर-ट्राली खड़ी नहीं करने का अनुरोध किया, लेकिन वह नहीं माने। अब उनके साथ गाली गलौज, अभद्रता व धमकी दी जा रही है। पुलिस से शिकायत करने से उक्त लोग उनके परिवार से रंजिश रखने लगे हैं। आए दिन उसे जान से मारने की भी धमकी देते हैं। पीड़ित ने अधिकारियों से मामले की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।