यूरिया और डीएपी की जिले में नहीं किल्लत

धान की नर्सरी किसान तैयार करने लगे हैं। गन्ने की फसल में भी उर्वरकों का काफी इस्तेमाल होता है। फिलहाल जिले में यूरिया और डीएपी की किल्लत नहीं है। हालांकि यूरिया की मांग में इजाफा होने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 11:19 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 11:19 PM (IST)
यूरिया और डीएपी की जिले में नहीं किल्लत
यूरिया और डीएपी की जिले में नहीं किल्लत

शामली, जागरण टीम। धान की नर्सरी किसान तैयार करने लगे हैं। गन्ने की फसल में भी उर्वरकों का काफी इस्तेमाल होता है। फिलहाल जिले में यूरिया और डीएपी की किल्लत नहीं है। हालांकि यूरिया की मांग में इजाफा होने लगा है।

जिले में 70 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल गन्ने की फसल का है। गन्ने की फसल में ही यूरिया का सबसे अधिक प्रयोग होता है। पिछले दिनों गन्ने की बुवाई भी हुई थी और अब फसल में यूरिया डाला जा रहा है। किसान धान की नर्सरी तैयार कर रहे हैं और कुछ दिन बाद रोपाई शुरू होगी, जिसमें डीएपी का प्रयोग होगा। रोपाई के करीब 25 दिन बाद यूरिया का प्रयोग शुरू होता है।

सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक को-आपरेटिव राजवीर सिंह ने बताया कि 2445.76 मीट्रिक टन यूरिया और 346 मीट्रिक टन डीएवी की उपलब्धता है। एनपीके उर्वरक भी 900 मीट्रिक टन है। जल्द ही यूरिया उर्वरक की रैक आने की उम्मीद है। जिले में 29 सहकारी समिति है और गन्ना समितियों के 17 खाद गोदाम हैं। कोई उर्वरकों का स्टाक न करे, इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए हुए है। अगर कोई किसान अधिक मात्रा में उर्वरक मांगता है तो पहले भूमि और फसल का सत्यापन करने के लिए कहा गया है। वहीं, जिला कृषि अधिकारी डा. हरीशंकर ने बताया कि फिलहाल जिले में उर्वरक की कोई कमी नहीं है। किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए सहकारी समितियों व उर्वरक की दुकानों पर समय-समय पर छापेमारी भी की जाती है।

ग्रीटिग कार्ड प्रतियोगिता आयोजित

जागरण संवाददाता, शामली : सेंट आरसी स्कूल में सोमवार को फादर्स- डे के अवसर पर आनलाइन ग्रीटिग कार्ड प्रतियोगिता आयोजित की गई। बच्चों ने सुंदर कार्ड बनाकर पिता के प्रति सम्मान व प्यार का प्रदर्शन किया।

प्रतियोगिता में कक्षा 5 की देवांशी कौशिक प्रथम, कक्षा 4 की यशी नामदेव द्वितीय एवं कक्षा 5 के मो. अयाज एवं खुशी शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता का शुभारंभ चेयरमैन अरविद संगल ने किया। प्रधानाचार्य रविद्र पाल मलिक, निशा, सुरक्षा, कविता संगल, आशा सेठ, स्वाति, भारती, रीना, मीनाक्षी, प्रतिभा सिंह, सरोज अरोरा, कुशाग्र, वशिष्ठ आदि मौजूद रहे।

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