शामली में प्रतिभा की कमी नहीं, मगर सुविधाओं का अभाव

ओलंपियन अर्जुन अवार्ड प्राप्त अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में देश के लिए पदक जीतने वाले अनवर सुल्तान जैसे हीरे ने शामली की मिट्टी में जन्म लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 10:40 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 10:40 PM (IST)
शामली में प्रतिभा की कमी नहीं, मगर सुविधाओं का अभाव
शामली में प्रतिभा की कमी नहीं, मगर सुविधाओं का अभाव

शामली, जागरण टीम। ओलंपियन, अर्जुन अवार्ड प्राप्त, अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में देश के लिए पदक जीतने वाले अनवर सुल्तान जैसे हीरे ने शामली की मिट्टी में जन्म लिया है। देर से सही, लेकिन शूटिग में ऐसा मन रमा कि बस आगे बढ़ते चले गए। शार्दुल विहान को तराशने वाले भी सुल्तान ही हैं। बड़े फलक पर पहुंचने के बाद भी मिट्टी से जुड़ाव पहले की तरह है।

शामली शहर के आजाद चौक निवासी अनवर सुल्तान ने बताया कि अगले माह से जापान में होने वाले ओलंपिक में जो भी खिलाड़ी खेलने के लिए जा रहे हैं, उनको अनवर सुल्तान की ओर से बधाई। साथ ही उन्हें ऐसी उम्मीद है कि इस बार भी भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा मैडल जीत लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के चलते सभी ने घरों में रहकर तैयारी की है। खिलाड़ी तैयारी के साथ ही अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। चूंकि खेल में स्वस्थ रहने बेहद जरूरी हैं।

उन्होंने बताया कि अगले माह से शुरू होने वाले ओलंपिक को अभी एक महीना बाकी है, लेकिन खिलाड़ी तैयारी करते रहें और दुनिया में अपने भारत देश का नाम रोशन करें।

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2003 में मिला अर्जुन अवार्ड, बस ये है मलाल

अनवर सुल्तान कहते हैं कि खुदा ने मेरी मेहनत का मुझे फल दिया है। 2003 में अर्जुन अवार्ड के लिए उनके नाम का चयन हुआ। उस वक्त पिता अस्पताल में थे और टीवी पर न्यूज देखकर खुशी का ठिकाना नहीं था, लेकिन अवार्ड मिलने से एक हफ्ते पहले उनका इंतकाल हो गया। बस ये मलाल होता है कि जब अवार्ड मिला तो पिता दुनिया से चले गए थे।

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शामली में प्रतिभा की कमी नहीं

अनवर सुल्तान कहते हैं कि शामली में प्रतिभा की कमी नहीं है, लेकिन शामली क्या, शायद पूरे उत्तर प्रदेश में शूटिग की स्तरीय सुविधा नहीं है। एक तो शूटिग का खेल पहले ही महंगा है और दूसरा सुविधाओं का अभाव। अगर सुविधाएं मिलें तो युवाओं का रुझान न सिर्फ बढ़ेगा, बल्कि विश्व स्तर पर परिणाम दिखेगा।

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