एडीजी दौरे की सुगबुगाहट से निपटने लगीं पुरानी विवेचनाएं
शामली जागरण टीम। एडीजी के आगमन से पहले जिला पुलिस के होश फाख्ता हुए है। सभी थाना प्रभारी
शामली, जागरण टीम। एडीजी के आगमन से पहले जिला पुलिस के होश फाख्ता हुए है। सभी थाना प्रभारी अपने पुराने समय से लंबित चले आ रहे मुकदमों की विवेचनाओं को समाप्त करने में लगे हैं। पुलिस अधीक्षक ने भी थाना प्रभारियों को पुराने मामलों को निबटाने के सख्त आदेश दिए हैं। यहीं कारण है कि दारोगा दिन-रात कागजी कार्रवाई में उलझे हुए हैं।
दरअसल, बुधवार को मेरठ जोन के एडीजी राजीव सभरवाल का शामली में आगमन होगा। वह पुलिस अधिकारियों के साथ अपराध समीक्षा करेंगे। एक थाने का निरीक्षण भी किया जा सकता है। चूंकि एडीजी अपराध समीक्षा करेंगे, इसी के मद्देनजर थाना पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है, क्योंकि सूत्र बताते हैं कि थानों में वर्ष 2020 में दर्ज हुए मुकदमों की विवेचनाएं तो लंबित चल ही रही है। साथ ही वर्ष 2019 के मामले भी लंबित है। पुराने हो या नए मामले, एक ही थाने में दर्जनों की संख्या में है। कुछ मामले तो ऐसे भी है जिन्हें पूर्व समय में रह चुके कई थाना प्रभारी निबटा नहीं सके और मामले बादस्तूर लंबित बने रहे। अब एडीजी के आगमन की सूचना मिली तो थाना प्रभारियों को कागजों में छिपी लंबित विवेचनाएं याद आ गई। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना प्रभारियों को पुराने मामले निबटाने के आदेश दिए। पिछले दो दिनों से सभी थानों में मामलों को निबटाने के लिए मशक्कत की जा रही है। जो दारोगा विवेचनाओं को न निबटा कर अलग कार्यो में उलझे थे। अब वहीं दिन-रात थानों के कंपयूटर आपरेटरों की विवेचनाओं को समाप्त कराने के लिए फाइनल रिपोर्ट या फिर चार्जशीट लगाने की खुशामद कर रहे हैं। थानों में दो-दो कंपयूटर आपरेटर तैनात है। उन्हें भी कई कई घंटे काम करना पड़ रहा है। सूत्र बताते हैं कि एक बड़े थाने में नए प्रभारी ने चार्ज संभालते के बाद कुछ ही दिनों में पचास से ज्यादा विवेचनाएं समाप्त कराई है। पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव का कहना है कि विवेचनाओं को समाप्त कराने के लिए थाना प्रभारियों को आदेश दिए गए हैं। बीस माह बाद पकड़ा आरोपित, विवेचना भी समाप्त
नगर कोतवाली शामली पुलिस ने बघरा निवासी अफसर को पकड़ा है। पुलिस ने बताया कि उसके डंपर को चार अगस्त 2019 को ओवरलोड में पकड़ा गया था। उसका चालक मौके से फरार हुआ था। चालक वीरेंद्र व डंपर मालिक अफसर पर मुकदमा दर्ज किया था। वीरेंद्र की बाद में जमानत हो गई थी। अफसर फरार था। उसे सोमवार को पकड़ा गया है।