किसानों की अस्थियां पहुंची ,पुष्पांजलि अर्पित की

लखीमपुर खीरी घटना में मृत किसानों की अस्थियां मंगलवार को शामली पहुंची। गुरुद्वारा धीमानपुरा में किसानों एवं सिख समाज के लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:16 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:16 PM (IST)
किसानों की अस्थियां पहुंची ,पुष्पांजलि अर्पित की
किसानों की अस्थियां पहुंची ,पुष्पांजलि अर्पित की

शामली, जेएनएन। लखीमपुर खीरी घटना में मृत किसानों की अस्थियां मंगलवार को शामली पहुंची। गुरुद्वारा धीमानपुरा में किसानों एवं सिख समाज के लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की गई।

भाकियू मुजफ्फरनगर के जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान लखीमपुर खीरी से मृत किसानों की एक-एक अस्थि कलश में लेकर चले थे। पहले गाजीपुर बार्डर गए। इसके बाद मेरठ, कांधला होते हुए शामली पहुंचे। शामली गुरुद्वारा पर अस्थियों के कलश पर भाकियू पदाधिकारी व किसानों ने पुष्प अर्पित किए। ब्लाक अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि यहां से अस्थियां सहारनपुर जाएंगी और रात में मुजफ्फरनगर में भाकियू के कार्यालय पर रखी जाएंगी। बुधवार को शुक्रताल में सोलानी नदी में विसर्जन होगा। इस दौरान भाकियू नगर अध्यक्ष योगेंद्र पंवार, गय्यूर अली, मुनव्वर जहानपुरा, तालिब, पदम कैडी आदि मौजूद रहे।

...

किसानों की अस्थियों के कलश पर की पुष्पवर्षा

शामली, जेएनएन। लखीमपुर खीरी हिसा में मारे गए पांच किसानों की अस्थियों को लेकर किसानों द्वारा कलश यात्रा निकाली जा रही है। मंगलवार को दर्जनों किसान कांधला कस्बे के दिल्ली बस स्टैंड चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के निकट पहुंचे। किसानों ने अस्थियों पर पुष्प वर्षा करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान दर्जनों किसान मौजूद रहे।

लखीमपुर खीरी हिसा में मारे गए पांच किसानों की अस्थियों को लेकर किसान कलश यात्रा निकाल रहे हैं। मंगलवार को कलश यात्रा कस्बे के दिल्ली बस स्टैंड पर पहुंची। उन्होंने चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के समक्ष किसानों की अस्थियों को रखकर उन पर पुष्प वर्षा करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। किसान नेता पप्पू पंवार ने कहा कि किसान दिल्ली के बार्डर पर बैठकर 11 माह से विरोध प्रकट कर रहे हैं। मगर सरकार को कोई भी चिता नहीं है। अगर धरना 11 साल भी चले, तो किसान कृषि कानूनों के विरोध में धरना देते रहेंगे। इस दौरान किसान यूनियन के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी