हाईस्कूल में 94.16 फीसद लाने वाले निखिल हैं गुदड़ी के लाल
परिवार की सामान्य आर्थिक स्थिति है। पिता किराने की दुकान पर काम करते हैं। कम आमदनी के बावजूद बेटे की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी। यह बात निखिल अच्छे से समझते हैं। इसलिए उन्होंने खूब मेहनत की और यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में 94.16 फीसद अंक पाए।
शामली, जागरण टीम। परिवार की सामान्य आर्थिक स्थिति है। पिता किराने की दुकान पर काम करते हैं। कम आमदनी के बावजूद बेटे की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने दी। यह बात निखिल अच्छे से समझते हैं। इसलिए उन्होंने खूब मेहनत की और यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में 94.16 फीसद अंक पाए।
शामली के गांव बहावड़ी निवासी निखिल के पिता इंद्रजीत शहर की जवाहर मंडी स्थित एक किराने की दुकान पर काम करते हैं। उनके तीन संतान हैं। दो बेटे और एक बेटी। बड़ी बेटी है और वह बीए द्वितीय वर्ष में है। निखिल ने हाईस्कूल पास कर लिया है और छोटे बेटे ने नौंवी पास की है। गांव में करीब दो बीघा कृषि भूमि है। इंद्रजीत सुबह जल्दी उठकर खेत में पसीना बहाते हैं और फिर शामली आ जाते हैं।
निखिल बताते हैं कि उन्हें पता है कि पिता की कमाई बहुत अधिक नहीं है। सभी के पढ़ाई के साथ घर का खर्च भी होता है। हम देखते हैं कि माता-पिता अपनी जरूरतों से समझौता करते हैं, लेकिन हमारे लिए सब कुछ करना चाहते हैं। पिता ने ट्यूशन के लिए एक बार भी मना नहीं किया और न ही कभी उम्मीदों का कोई भार डाला। लेकिन तय कर लिया था कि खूब मेहनत से पढ़ाई करनी है और पूरा प्रयास करना है कि परीक्षा में अधिक से अधिक अंक आएं। बोर्ड परीक्षा भले ही न हुई हो, लेकिन नौंवी कक्षा में भी पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। आगे भी वह मेहनत से पढ़ाई करेंगे और इंटरमीडिएट में भी अच्छे अंक लाने का प्रयास किया जाएगा। निखिल ने बताया कि मां कल्पना गृहणी है और हमेशा वह उत्साह को बढ़ाती हैं। ...