बारिश से गन्ने की रिकवरी पर होगा असर, पेराई सत्र में देरी

बारिश से गन्ने की रिकवरी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और ऐसे में चीनी मिल चालू होने में और विलंब हो सकता है। फिलहाल चीनी मिलों ने संभावित तिथि तय की है लेकिन उक्त तिथि से मिल चलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:51 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:51 AM (IST)
बारिश से गन्ने की रिकवरी पर होगा असर, पेराई सत्र में देरी
बारिश से गन्ने की रिकवरी पर होगा असर, पेराई सत्र में देरी

शामली, जागरण टीम। बारिश से गन्ने की रिकवरी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और ऐसे में चीनी मिल चालू होने में और विलंब हो सकता है। फिलहाल चीनी मिलों ने संभावित तिथि तय की है, लेकिन उक्त तिथि से मिल चलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

शासन ने 20 अक्टूबर से पेराई सत्र शुरू करने के निर्देश दिए थे। गन्ना विभाग इसी के अनुसार तैयारी में जुटा था। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में पक्के कैलेंडर भी जारी किए जा चुके हैं, लेकिन 19 दिन पूर्व गन्ने की रिकवरी जांची गई थी, जिसमें 6.57 फीसद थी। यानी कि एक कुंतल गन्ने में जितने किलोग्राम चीनी बनती है, उसे रिकवरी कहा जाता है। शामली चीनी मिल के वरिष्ठ प्रबंधक (गन्ना) दीपक राणा ने बताया कि अभी तक पेराई सत्र शुरू करने के लिए 28 अक्टूबर की तिथि तय की हुई है। लेकिन अब बारिश हो गई है। हालांकि अभी तक तिथि में बदलाव नहीं किया है, पर रिकवरी पर काफी असर पड़ेगा।

थानाभवन चीनी मिल के महाप्रबंधक (गन्ना) जेबी तोमर ने बताया कि 25 अक्टूबर से पेराई शुरू करने की योजना है। लेकिन कुछ पा‌र्ट्स अभी नहीं आ सके हैं, जिनके 20 अक्टूबर तक आने की संभावना है। जिला गन्ना अधिकारी डा. विजय बहादुर सिंह ने बताया कि मौसम सामान्य होने के कुछ दिन बाद रिकवरी चेक की जाएगी। करीब नौ फीसद तक रिकवरी होनी चाहिए। इसलिए चीनी मिल शुरू होने की स्पष्ट तिथि अभी नहीं बताई जा सकती है। सभी कैलेंडर जारी किए जा चुके हैं, जिन्हें किसान ई-गन्ना एप पर देख सकते हैं।

कृषि वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बताया कि अभी गन्ना पकने की तरफ चल रहा है। ऐसे में बारिश अधिक होती है तो सुक्रोज कम और ग्लूकोज अधिक बनता है। ऐसे में उक्त गन्ने से कम चीनी बनती है। मौसम सामान्य होने पर सुक्रोज की मात्रा बढ़ने लगती है।

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