संरक्षण केंद्र में दो दिन में छह गोवंश की मौत

नंगली जमालपुर स्थित वृहद गौ संरक्षण केंद्र में दो दिन में छह गोवंश की मौत हो गई। गोवंशों के शव को दफनाया भी नहीं गया और ऐसे में ग्रामीणों ने हंगामा किया। पुलिस और पशुपालन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 10:44 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 10:44 PM (IST)
संरक्षण केंद्र में दो दिन में छह गोवंश की मौत
संरक्षण केंद्र में दो दिन में छह गोवंश की मौत

शामली, जागरण टीम। नंगली जमालपुर स्थित वृहद गौ संरक्षण केंद्र में दो दिन में छह गोवंश की मौत हो गई। गोवंशों के शव को दफनाया भी नहीं गया और ऐसे में ग्रामीणों ने हंगामा किया। पुलिस और पशुपालन विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे। मामला सोमवार का है और मंगलवार को इसकी वीडियो वायरल हुई है। पशुपालन विभाग ने केंद्र संचालक एनजीओ को नोटिस जारी किया है और दूसरी एनजीओ को संचालन का जिम्मा देने की तैयारी की है।

जिले में 17 अस्थायी गो आश्रय स्थल और दो वृहद गो संरक्षण केंद्र हैं। अब तक 3763 गोवंश गोवंश संरक्षित किए गए हैं, जिनमें 1314 गोवंश पालन के लिए दिए हुए हैं। आश्रय स्थल और गो संरक्षण केंद्रों में अक्सर अव्यवस्था सामने आती रही हैं। नंगली जमालपुर गांव में वृहद गो संरक्षण केंद्र हैं। रविवार और सोमवार को एक गाय, एक बैल और चार बछड़ों की मौत हुई। केंद्र का संचालन मनमोनी ट्रस्ट करता है। मृत गोवंश के शवों को जमीन में दबाया नहीं गया और परिसर में ही पड़े रहने दिया। सूचना पर सोमवार को पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा किया। आरोप लगाया कि गोवंशों की देखरेख नहीं की जाती है, जिसके कारण लगातार मौत हो रही है। शव को खुले में डाल दिया जाता है।

मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डा. यशवंत पशु चिकित्सकों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत किया। मृत गोवंश का पोस्टमार्टम कराया और शव को जमीन में दबाया गया। डा. यशवंत ने बताया कि हंगामे की सूचना पर आदर्श मंडी थाना पुलिस भी पहुंची थी। गाय बूढ़ी थी और बैल घायल था। चारों बछड़े भी घायल अवस्था में लाए गए थे। एनजीओ को नोटिस दिया गया है और दूसरी एनजीओ को केंद्र संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी। जिले में अब तक संरक्षित गोवंश में से 210 की मौत हुई है। बीमार, बूढ़े और घायल होने के कारण ही मौत होती है। समय-समय पर आकस्मिक निरीक्षण भी किया जाता है। नियमित रूप से चिकित्सकों की टीम भी जाती है।

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