फरियादियों की समस्याओं का गंभीरता से करें निस्तारण : डीएम

जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि समाधान दिवस में मिली शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर होना चाहिए। इसमें किसी भी स्तर पर कोई हीलाहवाली नहीं होनी चाहिए शिकायतों का निस्तारण एक सप्ताह के भीतर हो जाना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 10:36 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 10:36 PM (IST)
फरियादियों की समस्याओं का गंभीरता से करें निस्तारण : डीएम
फरियादियों की समस्याओं का गंभीरता से करें निस्तारण : डीएम

शामली, जागरण टीम। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि समाधान दिवस में मिली शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर होना चाहिए। इसमें किसी भी स्तर पर कोई हीलाहवाली नहीं होनी चाहिए, शिकायतों का निस्तारण एक सप्ताह के भीतर हो जाना चाहिए।

मंगलवार को तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम ने फरियादियों की समस्याएं सुनी व अधिकारियों को जल्द शिकायतों का निस्तारण करने के आदेश दिए। इस दौरान राजस्व विभाग की 13, खंड विकास की आठ, विद्युत निगम की छह शिकायतों समेत कुल 41 में से चार शिकायतों का निस्तारण कराया गया। एसपी सुकीर्ति माधव, एसडीएम मणि अरोरा आदि मौजूद रहे। वहीं शामली कलक्ट्रेट सभागार में एडीएम अरविद कुमार की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इसमे 43 शिकायतों में से तीन का मौके पर ही निस्तारण किया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी संदीप कुमार, सीओ प्रदीप सिंह व अमित सक्सेना, तहसीलदार अजय शर्मा आदि मौजूद रहे। कैराना तहसील के सभागार में उपजिलाधिकारी उद्भव त्रिपाठी की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया। इस अवसर पर जलभराव से निजात दिलाने, अवैध कब्जे व आवास बनवाने से संबंधित कुल 38 शिकायती पत्र प्रस्तुत मिले, इनमें मौके पर पांच शिकायती पत्रों का निस्तारण किया गया। वैज्ञानिकों ने छात्रों को विज्ञान के प्रति किया प्रोत्साहित

संवाद सूत्र, थानाभवन : अर्पण पब्लिक स्कूल में राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी परिषद के तत्वावधान में पांच दिवसीय विज्ञान प्रोत्साहन कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कई स्कूलों से आए छात्रों को विज्ञान के प्रति प्रोत्साहित किया गया।

मुख्य अतिथि मैसूर विश्वविद्यालय के वाइल्ड लाइफ विशेषज्ञ डा. मेवा सिंह ने कहा कि विज्ञान से गलत धारणा और अंधविश्वास का विनाश होता है। विज्ञान के बिना विकास के मार्ग पर तेजी से नहीं बढ़ा जा सकता। देश के विकास के लिए वैज्ञानिक सोच का प्रसार आवश्यक है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही है। कार्यक्रम के प्रोजेक्ट इंवेस्टिगेटर डा. सुधीर पंवार, डा. विनोद कुमार, राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी परिषद के निवर्तमान निदेशक डा. भानु प्रताप सिंह, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के जीव विज्ञान विभाग से डा. संजय कुमार भारद्वाज, समन्वयक डा. संगीता रानी, अर्पण पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य मनदीप सैनी, प्रबंध निदेशक अर्पण सैनी ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान विनीत कुमार राणा, अभिषेक शर्मा, नाजरा खानम, मोहित सैनी, अनिल कुमार, सोनिया तोमर, नीशू शर्मा, मोहित शर्मा आदि मौजूद रहे।

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