चिलचिलाती धूप, उमस और पारा 38 डिग्री के पार

गर्मी और उमस फिर से पसीना-पसीना करने लगी है। पारा 38 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। बुधवार को दिनभर चिलचिलाती धूप रही और शाम को भी उसम से राहत नहीं मिली।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 10:59 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 10:59 PM (IST)
चिलचिलाती धूप, उमस और पारा 38 डिग्री के पार
चिलचिलाती धूप, उमस और पारा 38 डिग्री के पार

शामली, जागरण टीम। गर्मी और उमस फिर से पसीना-पसीना करने लगी है। पारा 38 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। बुधवार को दिनभर चिलचिलाती धूप रही और शाम को भी उसम से राहत नहीं मिली।

जून के पहले सप्ताह में गर्मी का प्रकोप काफी बढ़ गया था और पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था। फिर मौसम का मिजाज बदला था। काफी दिनों तक बादलों के चलते धूप कम निकली और निकली भी तो हल्की ही रही। साथ ही बीच-बीच में ही हल्की ही, लेकिन बारिश होती रही। ऐसे में उमस और गर्मी से राहत मिली रही। लेकिन दो दिन से गर्मी फिर से तेवर दिखाने लगी है। बुधवार को आसमान साफ रहा तो सुबह से ही सूर्यदेव के तल्ख तेज रहे। दिन चढ़ने के साथ तापमान बढ़ता गया और गर्मी के साथ उमस भी बढ़ती गई। काफी लोग धूप से बचने के लिए छाता लेकर घरों से निकले। गन्ने का रस, शिकंजी, जलजीरा आदि शीतल पेय की दुकानों पर भीड़ नजर आई। अधिकतम तापमान 38.2 और न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

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छह दिन का तापमान

तारीख, अधिकतम, न्यूनतम (डिग्री सेल्सियस में)

23 जून, 38.2, 23.2

22 जून, 37.2, 25

21 जून, 35, 21.6

20 जून, 28.2, 22

19 जून, 30.5, 23.9

18 जून, 31, 23.6

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सेहत का रखें ध्यान

चिकित्सक डा. जगमोहन सिघल ने बताया कि गर्मी में स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। खूब पानी पिएं और तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें। तला-भुना और अधिक मसालों वाला भोजन न लें। कटे-फटे फल-सब्जियों को न खरीदें और खानपान में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। दोपहर में हो सके तो धूप में न निकलें। गर्मी में बाहर से आकर एकदम मुंह न धोएं और न ही ठंडा पानी पिएं।

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हल्की सिचाई करें

कृषि विज्ञान केंद्र शामली के वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बताया कि धान की नर्सरी अब काफी किसानों ने लगा ली है। तापमान अधिक होने पर पौधों के पीले पड़ने का खतरा होता है। बचाव के लिए हल्की सिचाई करते रहें।

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यमुना का जलस्तर कम हुआ

यमुना का जलस्तर कुछ कम हुआ है। सोमवार को यमुना का जलस्तर 227.90 मीटर पर था, लेकिन मंगलवार को बढ़कर 228.20 मीटर हो गया था। बुधवार को 227.85 मीटर जलस्तर हो गया है।

ड्रेनेज विभाग के जेई आशु कुमार ने बताया कि हथिनीकुंड बैराज से 352 क्यूसेक पानी ही छोड़ा जा रहा है, जो सामान्य है। कैराना पुल पर यमुना का चेतावनी बिदु 231.00 मीटर है और खतरे का निशान 231.50 मीटर है।

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