गांव-गांव में भी किया गया सैनिटाइजेशन

देशभर में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए शासन के आदेश पर जिले के सभी गांवों में सैनिटाइजर किया गया। इसके साथ ही सार्वजनिक जगहों को कोरोना वायरस और अन्य संक्रामक बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए सैनेटाइज किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 11:28 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 11:28 PM (IST)
गांव-गांव में भी किया गया सैनिटाइजेशन
गांव-गांव में भी किया गया सैनिटाइजेशन

जेएनएन, शामली। देशभर में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए शासन के आदेश पर जिले के सभी गांवों में सैनिटाइजर किया गया। इसके साथ ही सार्वजनिक जगहों को कोरोना वायरस और अन्य संक्रामक बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए सैनेटाइज किया जा रहा है।

डीपीआरओ आलोक शर्मा ने बताया कि शासन के आदेश पर शनिवार से सोमवार तक विशेष अभियान के तहत सभी 230 ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई अभियान के तहत सफाई कराई गई। वहीं सभी गांवों में सैनिटाइज किया गया।

कोरोना वायरस महामारी और संक्रामक बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है। ग्राम पंचायत कर्मी सुबह और शाम के समय विशेष अभियान चलाकर साफ-सफाई कराई जा रही है। वहीं लोगों को घर से बिना मास्क आदि के बाहर निकलने की अपील की जा रही है। साथ ही बाहर निकलते समय शारीरिक दूरी का पालन करने की भी अपील की जा रही है। सभी गांवों में नियमों का पालन कराने के लिए लाउडस्पीकर के माध्यम से भी अपील की जा रही है। डीपीआरओ ने बताया कि शासन के आदेश पर शनिवार से सोमवार तक विशेष अभियान चलाया। आवश्यक वस्तुओं का स्टाक शुरू

केवल शहर में ही नहीं बल्कि देहात क्षेत्रों में भी बडे़ दुकानदारों द्वारा आवश्यक वस्तुओं का स्टाक शुरू कर दिया गया है, ताकि लाकडाउन में महंगे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाया जा सके। कस्बा गढ़ीपुख्ता में भी कुछ बड़े दुकानदारों ने खाने पीने की चीजों के अलावा बीडी व गुटके का स्टाक शुरू कर दिया है ताकि उन्हें महंगे दामों पर बेचा जा सके। सूत्रों का कहना है कि कस्बे के तीन बडे दुकानदारों ने अपनी मर्जी से ही खाने पीने की चीजों के दाम बढ़ा दिए हैं। सबसे ज्यादा बीडी, सिगरेट व चीनी के दामों में बढ़ोतरी की गई है। बीडी का बंडल 10 रुपये के बजाय 30 से 40 रुपये, गुटका 5 से 20 रुपये, चीनी 36 से बढाकर 40 रुपये तक कर दी गयी है। दिलबाग का पैकेट भी 150 से 170 के बीच बेचा जा रहा है जबकि इसकी कीमत 130 रुपये है। उक्त दुकानदार आने वाले समय में लाकडाउन लगने व पीछे से माल महंगा आने को कारण बता रहे हैं जबकि लाकडाउन मात्र 35 घंटे का है जब यह हालत हैं। अगर लाकडाउन लग गया तो न जाने ऐसे जमाखोर दुकानदार लोगों का क्या हाल करेंगे। गढ़ीपुख्ता के आसपास के गांवों में स्थित दुकानदारों ने अपनी मर्जी से ही चीजों के दाम बढ़ा दिए हैं, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।

chat bot
आपका साथी