सुबह से देर रात तक रही कांवड़ियों की भागमभाग
भले ही कोरोनाकाल के चलते कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध हो लेकिन गुरुवार को सुबह से लेकर देर रात तक डाक कांवड़ गुजरती रहीं। बाइकों पर भी काफी संख्या में शिवभक्त आते रहे। अधिकतर कांवड़िये हरियाणा के ही रहे। स्थानीय शिवभक्त इस बार बहुत कम ही हरिद्वार गए।
शामली, जागरण टीम। भले ही कोरोनाकाल के चलते कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध हो, लेकिन गुरुवार को सुबह से लेकर देर रात तक डाक कांवड़ गुजरती रहीं। बाइकों पर भी काफी संख्या में शिवभक्त आते रहे। अधिकतर कांवड़िये हरियाणा के ही रहे। स्थानीय शिवभक्त इस बार बहुत कम ही हरिद्वार गए।
वाहनों पर डीजे भी लगाए हुए थे और गंगाजल लेकर शिवभक्त दौड़ते हुए गंतव्य की ओर से बढ़ रहे थे। हालांकि पिछले वर्षो के मुकाबले डाक कांवड़ की संख्या बेहद कम रही, लेकिन दिनभर ही कांवड़ियों का आगमन होता रहा। तेज बारिश में भी भागमभाग चलती रही, क्योंकि डाक कांवड़ का गंतव्य तक पहुंचने का वक्त निर्धारित होता है। वर्मा मार्केट तिराहे के पास ट्रक पलट गया था। ऐसे में यातयात व्यवस्था बाधित न हो, इसके लिए डाक कांवड़ वाहनों को अग्रसैन पार्क से कोतवाली रोड होते हुए निकाला गया। वहीं, इस बार जिले में कांवड़ियों के लिए कहीं कोई शिविर नहीं था। पिछले कई दिन से पैदल कांवड़िये गुजर रहे थे, लेकिन संख्या कम ही थी। नगर से गुजरते रहे डाक कांवड़िए
संवाद सूत्र, कैराना : हरिद्वार से पवित्र गंगा जल लेकर डाक कांवड़िये नगर से गुजरते रहे। शिव के जयकारे लगाते हुए भक्त दौड़ रहे थे। हालांकि प्रतिबंध के चलते संख्या काफी कम रही।
सरकार ने भले ही कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाया हो, लेकिन शिवभक्तों का गंगाजल लेकर आगमन जारी है। गुरुवार को नगर में डाक कांवड़ियों का आगमन शुरू हो गया। कांवड़िये बम भोले के जयकारों के साथ अपने-अपने गणतव्य की ओर रवाना हो गए। कुछ शिवभक्त गाड़ियों में सवार होकर भोले के भजनों पर झूमते नजर आए। कोरोना काल के दौरान कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध होने के कारण कांवड़ियों की संख्या काफी कम नजर आई।