किसानों के भारत बंद को रालोद का समर्थन
राष्ट्रीय लोकदल की शनिवार को माजरा रोड स्थित कार्यालय में बैठक हुई। इस दौरान किसानों संगठनों की ओर से आठ दिसंबर को घोषित भारत बंद का समर्थन किया गया।
शामली, जेएनएन। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की शनिवार को माजरा रोड स्थित कार्यालय में बैठक हुई। इस दौरान किसानों संगठनों की ओर से आठ दिसंबर को घोषित भारत बंद का समर्थन किया गया। पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में किसान संगठनों का पूरा सहयोग करेंगे।
रालोद जिलाध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन ने कहा कि कृषि कानून पूरी तरह किसान विरोधी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के हृदय में किसान वास करते थे और उन्होंने नागपुर सम्मेलन में ठेके पर खेती का विरोध कर लागू होने से रोका था। रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी आंदोलन कर रहे किसानों के बीच पहुंचकर समर्थन दिया था। सभी कार्यकर्ता आठ दिसंबर के बंद को सफल बनाने के लिए पूरे मनोयोग से जुट जाएं। रालोद युवा के राष्ट्रीय महासचिव अशरफ अली खान ने कहा कि सरकार कोई भी हो, किसानों को सबसे पहले वरीयता देनी चाहिए। किसान एक तरह से देश का पालक है। सरकार को किसी की पीड़ा से कोई मतलब नहीं है, वह तो अब तक हैदराबाद के चुनाव में व्यस्त रही। प्रदेश महासचिव अनवार चौधरी ने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों को बर्बादी की तरफ ले जाने पर आमदा है। किसान विरोधी रवैया पूरा देश देख रहा है। वक्त आने पर माकूल जवाब भी देश का किसान देगा।
बैठक में प्रदेश महासचिव ऋषिराज राझड़, तरसपाल मलिक, सत्यवीर पंवार, रंधावा, देशराज भनेड़ा, सुनील मलिक, सनोज चौधरी, सोहनपाल, आशुतोष पंवार, डा. मुबारक अली, पप्पू प्रधान, अरविद पंवार, नीरज पंवार, मुकेश सैनी, रजनीश कोरी, देवानंद गौड़, सर्वेश सिभालका आदि कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।