धान बिक्री को 29 किसानों का पंजीकरण, सात केंद्र बनाए गए
धान की अगेती फसल जल्दी अब तैयार होने वाली है। साथ ही अब जल्दी ही कटाई भी शुरू हो जाएगी।
शामली, जागरण टीम। धान की अगेती फसल जल्दी अब तैयार होने वाली है। साथ ही अब जल्दी ही कटाई भी शुरू हो जाएगी। आगामी एक अक्टूबर से खरीद शुरू होगी। डीएम ने सात खरीद केंद्रों को खोलने की स्वीकृति दी है। वहीं, आनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है और अब तक 29 किसान पंजीकरण करा चुके हैं।
जिले में धान का क्षेत्रफल 21222 हेक्टेयर है और पिछले साल के मुकाबले 50 हेक्टेयर बढ़ा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सामान्य यानी मोटे धान का 1940 और ए-ग्रेड मोटे धान का 1960 रुपये प्रतिकुंतल है। एमएसपी पर मोटे धान की खरीद ही होती है। बासमती धान बेचने के लिए अधिकांश हरियाणा की करनाल मंडी में जाते हैं। अपर जिलाधिकारी अरविद कुमार सिंह को धान खरीद का नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
उन्होंने बताया कि खाद्य विभाग और पीसीएफ एजेंसी सात केंद्र रहेंगे। खाद्य विभाग के केंद्र नवीन मंडी थानाभवन, आर्यपुरी कैराना, झिझाना और पीसीएफ के केंद्र साधन सहकारी समिति महावतपुर, किसान सेवा सहकारी समिति कांधला, एफएसएस मलकपुर, किसान सेवा सहकारी समिति ऊन में रहेगा। गेहूं बिक्री के लिए जिन किसानों ने पंजीकरण कराया था, उन्हें धान बिक्री के लिए भी पंजीकरण पुन: कराने की जरूरत है।
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355 किसानों ने पिछले साल बेचा था गेहूं
पिछले साल भी सात केंद्र थे और जिले में 355 किसानों ने धान बेचा था। हालांकि पंजीकरण के लिए 1285 किसानों ने आवेदन किया था। 1047 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी, जो तब तक की सर्वाधिक थी। गत वर्ष 29 सितंबर से ही केंद्र खोल दिए गए थे।