राम -लक्ष्मण ने मारीच और सुबाहु राक्षसों का किया वध
श्री रामलीला महोत्सव के छठे मंचन में ताड़का वध प्रसंग का मंचन किया गया। राकेश शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
शामली, जेएनएन। श्री रामलीला महोत्सव के छठे मंचन में ताड़का वध प्रसंग का मंचन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संरक्षक राकेश वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया।
नगर में स्थित गोशाला भवन में प्रथम ²श्य में दिखाया गया कि गुरु विश्वामित्र अपने शिष्य राम और लक्ष्मण को धनुर्विद्या और अन्य शिक्षाएं देते हुए बताते हैं कि कुछ राक्षस गुरु विश्वामित्र और अन्य संतों को बेहद परेशान करते हैं। इस दौरान मारीच, सुबाहु आदि राक्षस के विश्वामित्र को तंग व परेशान करने पर राम और लक्ष्मण युद्ध कर उनका संहार कर देते हैं। जनकपुर के राजा जनक को सूचना मिलती है कि उनके राज्य में विश्वामित्र जी राम व लक्ष्मण के साथ आए हैं तो वह उनसे मिलने जाते हैं। पुत्री सीता की जन्मपत्रिका उन्हें दिखाते हैं। विश्वामित्र उन्हें बताते हैं कि वह अपनी पुत्री के लिए स्वंयवर रचाएं और जो उनकी पुत्री का वर बनेगा, वह नारायण होंगे। इसी दौरान राम व लक्ष्मण वाटिका में पुष्प लेने के लिए चले जाते हैं। राम का अभिनय सतीश प्रजापत, लक्ष्मण का अभिनय राकेश प्रजापत, विश्वामित्र का अभिनय आशु गर्ग, ताड़का का अभिनय अरविद मित्तल, मारीच और सुबाहु का अभिनय ऋषिपाल और सोनू कश्यप ने किया।
सीएचसी में अव्यवस्थाओं पर
एसडीएम ने लगाई फटकार
संवाद सूत्र, ऊन : ऊन एसडीएम ने बाइपास पर बने सरकारी अस्पताल का निरीक्षण किया एवं कमियां मिलने पर कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई । मंगलवार को दैनिक जागरण ने ऊन में ऊन में बने सरकारी अस्पताल में फ़ैली गंदगी की खबर प्रकाशित की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी मणि अरोड़ा ने सरकारी अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया एवं वहां पर टायलेट में फैली गंदगी के बारे में कर्मचारियों को जमकर लताड पिलाई । खबर प्रकाशित होने के बाद मंगलवार को सरकारी अस्पताल में प्रात: काल से ही सफाई शुरू कर दी गई थी। एसडीएम ने अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक से पूछा कि अगर सरकारी अस्पताल के अंदर ही गंदगी फैलेगी तो लोगों को बीमारियों से कैसे बचाया जा सकेगा।