मेरठ-करनाल हाईवे पर किसानों का प्रदर्शन
मेरठ-करनाल हाईवे के बिडौली पुल पर भाकियू ने किसानों के साथ मिलकर जाम लगा दिया। किसानों का आरोप है कि हरियाणा सरकार किसानों की फसल को मंडी तक नहीं पहुंचने दे रही है। पुल पर ही किसानों के वाहनों को रोका जा रहा है। किसानों के जाम लगाने के कारण मरीज को अस्पताल ले जा रही एम्बुलेंस भी जाम में फंसी रही।
शामली, जागरण टीम। मेरठ-करनाल हाईवे के बिडौली पुल पर भाकियू ने किसानों के साथ मिलकर जाम लगा दिया। किसानों का आरोप है कि हरियाणा सरकार किसानों की फसल को मंडी तक नहीं पहुंचने दे रही है। पुल पर ही किसानों के वाहनों को रोका जा रहा है। किसानों के जाम लगाने के कारण मरीज को अस्पताल ले जा रही एम्बुलेंस भी जाम में फंसी रही।
हरियाणा प्रशासन ने बार्डर पर पिछले एक सप्ताह से उत्तर प्रदेश के निकटवर्ती इलाकों से अनाज मंडी में जाने वाली धान की फसल से लदे वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा रखी है। अभी तक किसान अपने स्तर पर हरियाणा सरकार व प्रशासन का विरोध कर रहे थे और फसल को हरियाणा मंडी में बेचने के लिए वाहनों पर लगी रोक को हटाने की मांग कर रहे थे। मंगलवार को शामली जिला प्रशासन के आग्रह पर करनाल प्रशासन ने रोक को हटा दिया था, लेकिन अगले ही दिन किसानों की फसल के लिए बार्डर को दोबारा बंद कर दिया गया। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में किसान बार्डर पहुंचे और पुल के बीचोंबीच धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना है कि जब तक किसानों की सम्पूर्ण फसल को हरियाणा मंडी में बेचे जाने का आश्वासन सरकार नही देगी, तब तक किसान जाम लगाए रखेंगे। किसानों के प्रदर्शन के कारण वाहनों की लम्बी कतार लग गई। फंसी रही एम्बुलेंस
सीमा पर प्रदर्शन के दौरान एक एंबुलेंस भी फंस गई। इसको लेकर स्वजन ने हंगामा कर दिया। एंबुलेंस में किडनी की बीमारी से पीड़ित मरीज था। हंगामे के बाद एंबुलेंस को निकलवाया गया।