जिदगी की डोर को लंबा करेगी आक्सीजन

कोविड की दूसरी लहर ने हाहाकार मचाया। आक्सीजन के संकट ने लोगों की जिदगी छीन ली। लोग आक्सीजन के लिए मारे-मारे फिरते रहे लेकिन आक्सीजन नहीं मिली और जिदगी की डोर टूट गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:04 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:04 PM (IST)
जिदगी की डोर को लंबा करेगी आक्सीजन
जिदगी की डोर को लंबा करेगी आक्सीजन

शामली, जागरण टीम। कोविड की दूसरी लहर ने हाहाकार मचाया। आक्सीजन के संकट ने लोगों की जिदगी छीन ली। लोग आक्सीजन के लिए मारे-मारे फिरते रहे, लेकिन आक्सीजन नहीं मिली और जिदगी की डोर टूट गई। फिलहाल कोरोना के कहर में कमी आई है, लेकिन आक्सीजन संकट से सबक लेते हुए सरकार और प्रशासन ने भविष्य के लिए आक्सीजन का पुख्ता इंतजाम कर लिया है। आक्सीजन उत्पादन के मामले में जल्द ही जिला आत्मनिर्भर हो जाएगा। निजी और सरकारी क्षेत्रों में किए गए प्रयास रंग लाने लगे हैं और काम धरातल पर दिखने लगा है। जिले में एक निजी अस्पताल और एक सरकारी अस्पताल में आक्सीजन उत्पादन के प्लांट स्थापित कर दिए गए हैं और आक्सीजन उत्पादन शुरू हो गया है।

कोविड काल में आक्सीजन का संकट गहराया तो आक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए विधायक और सांसदों ने अपनी निधि का मुंह खोला। सांसद प्रदीप चौधरी ने सीएचसी झिझाना पर आक्सीजन प्लांट के लिए 50 लाख रुपये दिए थे। इसके अलावा थानाभवन सीट से विधायक और मंत्री सुरेश राणा तथा शामली से विधायक तेजेंद्र निर्वाल ने भी अपनी निधि से आक्सीजन प्लांट के लिए 50-50 लाख रुपये दिए थे। शामली शुगर मिल ने भी जिला संयुक्त चिकित्सालय परिसर में आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए करीब 50 लाख रुपये दिए हैं। थानाभवन मार्ग पर स्थित गंगा अमृत अस्पताल के निदेशक डा. सुनील पंवार का कहना है कि उनके यहां प्रतिदिन तीस सिलेंडर आक्सीजन गैस का उत्पादन हो रहा है। फिलहाल हमारे यहां आक्सीजन अतिरिक्त है। दो दिन पहले ही खनिज विभाग की पहल पर जिला संयुक्त अस्पताल में भी आक्सीजन प्लांट लगाया गया है। यहां भी आक्सीजन का उत्पादन शुरू हो गया है। शामली शुगर मिल और जनप्रतिनिधियों की निधि से लगने वाले प्लांट भी जल्द काम करना शुरू कर देंगे। इसके बाद जनपद में आक्सीजन का संकट पूरी तरह खत्म हो जाएगा। इनका कहना है

जनपद में दो आक्सीजन प्लांट स्थापित हो चुके हैं। जुलाई के मध्य तक जनपद मुख्यालय और जुलाई के अंत तक सीएचसी झिझाना में भी आक्सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसके बाद बेहद विषम परिस्थिति को छोड़कर मेडिकल क्षेत्र के लिए आक्सीजन के उत्पादन में हम लोग आत्मनिर्भर हो जाएंगे।

-जसजीत कौर, जिलाधिकारी

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