आसमान छू रहे फलों के दाम, हो रहे पहुंच से बाहर
कोरोना काल में फल आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। तरबूज को छोड़ दें तो कोई भी फल सस्ता नहीं है। पिछले 15 दिनों के भीतर ही दाम काफी अधिक बढ़ गए हैं। व्यापारियों के अनुसार मांग बढ़ी है लेकिन उसके हिसाब से आवक कम है। अधिकांश फल दिल्ली से आ रहे है।
शामली, जागरण टीम। कोरोना काल में फल आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहे हैं। तरबूज को छोड़ दें तो कोई भी फल सस्ता नहीं है। पिछले 15 दिनों के भीतर ही दाम काफी अधिक बढ़ गए हैं। व्यापारियों के अनुसार मांग बढ़ी है, लेकिन उसके हिसाब से आवक कम है। अधिकांश फल दिल्ली से आ रहे है।
कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए चिकित्सक फलों का सेवन करने की सलाह दे रहे हैं। संक्रमितों की संख्या काफी अधिक है और दो हजार से अधिक सक्रिय केस हैं। संक्रमितों के लिए तो स्वजन महंगे फल ही खरीद रहे हैं, लेकिन काफी लोगों ने महंगाई के चलते खुद फल खाने बंद कर दिए हैं। फल विक्रेता गौरव कालरा ने बताया कि कीवी, पपीता, नारियल पानी, सेब और केले की मांग सबसे अधिक है।
रमजान तो चल ही रहे हैं, कोरोना के कारण महंगाई बढ़ी है। हालांकि फल-सब्जी के थोक व्यापारी प्रदीप कुमार ने बताया कि भले ही लाकडाउन हो, लेकिन फल-सब्जी दिल्ली से आने में कोई दिक्कत नहीं है। वहीं, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि कोरोना के बहाने फलों के अधिक दाम वसूल किए जा रहे हैं। लोगों की मजबूरी है तो वह खरीद रहे हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से दामों को नियंत्रित करने के संबंध में कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। स्थानीय स्तर से तरबूज और खरबूज की ही आपूर्ति हो रही है।
----
फलों के दाम
फल, 15 दिन पहले, अब
सेब, 150 से 200, 200 से 250
संतरा, 140 से 200, 180 से 230
पपीता, 50, 60 से 70
खरबूजा, 60, 40 से 60
मौसमी, 80, 120
तरबूज, 30, 15 से 20
अंगूर, 140, 160
चीकू, 60, 80
कीवी, 50, 60 से 70
केला, 60, 70 से 80
आम, 80 से 100, 100 से 120
अनानास, 70, 80
नारियल पानी, 70, 90
(केला का भाव प्रति दर्जन और कीवी का भाव प्रति नग में है, अन्य सभी प्रति किलोग्राम में है)