पश्चिम में भी जीत की डगर पर है भाजपा
गत लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा प्रदेश में चार चुनावों का सामना कर चुकी है। इन चारों चुनावों में भाजपा के पक्ष में उत्साहजनक जनमत मिला है। उपचुनाव से लेकर ब्लाक प्रमुख में भाजपा पश्चिम में लगातार जीत की डगर पर बढ़ रही है।
शामली, जागरण टीम। गत लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा प्रदेश में चार चुनावों का सामना कर चुकी है। इन चारों चुनावों में भाजपा के पक्ष में उत्साहजनक जनमत मिला है। उपचुनाव से लेकर ब्लाक प्रमुख में भाजपा पश्चिम में लगातार जीत की डगर पर बढ़ रही है।
विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा ने वीरेंद्र सिरोही और मंत्री चेतन चौहान के निधन के बाद दोनों सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। पार्टी ने बुलंदशहर और नौगांवा सीट पर दोनों ही नेताओं की पत्नी को टिकट दिए थे। दोनों ही सीट पर भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की। नौगांवा में सर्वाधिक 64 प्रतिशत मतदान हुआ था और बुलंदशहर में पार्टी को सर्वाधिक 88,000 वोट मिले थे। एमएलसी चुनाव आया तो भाजपा के यहां तीन प्रत्याशी थे। दिनेश गोयल, श्रीचंद शर्मा और हरि सिंह ढिल्लो। पार्टी ने इस चुनावों में न केवल शानदार जीत दर्ज की, बल्कि ओमप्रकाश शर्मा जैसे दिग्गज शिक्षक नेता को शिकस्त देने में सफलता हासिल की।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर खूब मशक्कत हुई। पश्चिम में से बागपत को छोड़ दें तो 14 में से 13 सीटें भाजपा ने जीतीं। कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा का गृह जनपद होने के कारण यहां पूरे प्रदेश की निगाहें लगी थीं। मंत्री ने विरोधी दल के खेमे में वोट को अपने पक्ष में कर जिला पंचायत अध्यक्ष पद भाजपा की झोली में डाल दिया था। अब ब्लाक प्रमुख के 109 में से भाजपा ने 96 पदों पर प्रत्याशी उतारे थे। इनमें भी भाजपा ने 84 पद जीत हासिल की है।
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इनका कहना है
यह जीत पार्टी के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओ, जनप्रतिनिधियों की मेहनत व रणनीति तथा जनता से मिले उत्साह का परिणाम है। अब गांव-गांव नहीं बल्कि घर-घर भाजपा मजबूत हो गई है ।
-मोहित बेनीवाल, क्षेत्रीय अध्यक्ष, पउप्र