राहुल का क्लीन स्विप, वेस्ट में तेज हुई सियासत

लोकेश पंडित, शामली : लोकसभा चुनाव से पूर्व वेस्ट यूपी में राहुल-प्रियंका का यह पहला दौरा थ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 10:51 PM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 10:51 PM (IST)
राहुल का क्लीन स्विप, वेस्ट में तेज हुई सियासत
राहुल का क्लीन स्विप, वेस्ट में तेज हुई सियासत

लोकेश पंडित, शामली : लोकसभा चुनाव से पूर्व वेस्ट यूपी में राहुल-प्रियंका का यह पहला दौरा था। भाई-बहन ने बुधवार को अचानक शामली पहुंचकर एकाएक राजनीतिक दिग्गज-विश्लेषकों को चौंका दिया है। अभी तक लखनऊ तक सीमित प्रियंका की वेस्ट यूपी में चहलकदमी ने राजनीतिक सियासत तेज कर दी है। भाई-बहन ने जम्मू के पुलवामा विस्फोट कांड के बाद पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया है। शहीद के परिजनों को सांत्वना देते हुए जिस तरह राहुल-प्रियंका ने अपने परिवार को पुलवामा विस्फोट कांड से जोड़कर मार्मिक तकरीर की, उसने हर किसी के दिल को छुआ है। शुगर बाउल में भाई-बहन की यह बयानगी को लोगों को भायी है। राहुल के इस दांव के अभी से सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

पुलवामा कांड में जिले के प्रदीप कुमार व अमित कुमार शहीद हुए है। दोनों जवानों की शहादत से तेरहवीं तक जिले का हर व्यक्ति इन परिवारों के साथ खड़ा दिखा। देशभक्ति का जुनून युवाओं के साथ ही हर किसी की जुबां पर है। लोकसभा चुनावों से पहले पुलवामा हादसे को राजनीतिक रूप से तौला जा रहा है। यहीं वजह रही कि प्रदीप-अमित के अंतिम क्रियाक्रम में केन्द्रीय मंत्री सतपाल ¨सह व जनरल वीके ¨सह के अलावा भाजपा के कई बड़े नेता शामिल हुए। विपक्ष की ओर से केवल स्थानीय नेताओं ने ही सहभागिता की। ऐसे में सियासी रूप से भाजपा को लाभ की स्थिति में देखा जा रहा था। बुधवार को राहुल-प्रियंका अचानक जिस तरह शामली पहुंचे, उसे राहुल के यूपी में फ्रंटफुट पर खेलने के बयान से जोड़ा जा रहा है। प्रियंका को प्रदेश के पूर्वी व ज्योतिरादित्य ¨सधियां को पश्चिम की जिम्मेदारी सौंपने के बाद कांग्रेस का यह पहला बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम है। इसमें राहुल-प्रियंका, ज्योतिरादित्य ¨सधिया व राजबब्बर साथ दिखे हैं। जिम्मेदारी मिलने के बाद ¨सधिया पश्चिम यूपी में पहली बार शामली आए है। खाप पंचायतों के गढ़ में जिस अंदाज में कांग्रेस की युवा ब्रिगेड पहुंचा है, उसकी गूंज भाजपा में देखी-सुनी जा रही है। पुलवामा हादसे के बाद मेरठ में भाजपा नेताओं के ठहाकों व जूते पहनकर श्रद्धाजंलि देने पर उठे बवाल के बीच भाई-बहन की मार्मिक अपील ने नया माहौल पैदा किया है। लोकसभा चुनावों से पहले वेस्ट यूपी में बहन-भाई के इस पैतरे के राजनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि राहुल-प्रियंका ने पुलवामा के शहीदों के घर पहुंचने का सियासी लाभ मिलेगा। इससे वेस्ट यूपी में मृत पड़ी कांग्रेस व कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा होगा। शुगर बाउल में बुधवार को प्रियंका व राहुल को देखने का महिलाओं व पुरुषों का जुनून बताता है कि इन लोकसभा चुनावों में वेस्ट यूपी में कांग्रेस अपनी मजबूत स्थिति बनाने का कोई मौका नहीं चूकना चाहती है।

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लोकेश पंडित

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