पुलिस ने शुरू की जांच, कहीं गुमराह तो नहीं किया हत्यारोपितों ने

शामली कोतवाली पुलिस ने भले ही संविदा लाइनमैन की हत्या के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया हो लेकिन अभी भी जांच जारी है। पुलिस यह जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है कि हत्या करने वाले वास्तव में दो ही लोग थे या आरोपितों ने पुलिस को गुमराह किया क्योंकि दो लोगों द्वारा संविदा लाइनमैन की हत्या किया जाना क्षेत्र के लोगों के गले से नीचे नहीं उतर पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 11:01 PM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 11:01 PM (IST)
पुलिस ने शुरू की जांच, कहीं गुमराह तो नहीं किया हत्यारोपितों ने
पुलिस ने शुरू की जांच, कहीं गुमराह तो नहीं किया हत्यारोपितों ने

शामली, जागरण टीम। शामली कोतवाली पुलिस ने भले ही संविदा लाइनमैन की हत्या के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया हो, लेकिन अभी भी जांच जारी है। पुलिस यह जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है कि हत्या करने वाले वास्तव में दो ही लोग थे या आरोपितों ने पुलिस को गुमराह किया, क्योंकि दो लोगों द्वारा संविदा लाइनमैन की हत्या किया जाना क्षेत्र के लोगों के गले से नीचे नहीं उतर पा रहा है।

क्षेत्र के गांव बहावड़ी निवासी लाक बिजलीघर के संविदा लाइनमैन 35 वर्षीय सुनील हष्ट-पुष्ट युवक था। गुरुवार की रात में सुनील बाइक पर सवार होकर ड्यूटी पर जा रहा था। इसी दौरान उसकी हत्या की गई। पुलिस ने कुछ ग्रामीणों व मृतक द्वारा दी जानकारी के बाद गांव निवासी दो युवकों हरेंद्र व भूरा को पकड़ लिया था। हरेंद्र ने पूछताछ करने पर भूरा के साथ मिल कर सुनील की हत्या को अंजाम देना बताया था। यदि पुलिस की मानें तो मौके से हत्या करने में प्रयुक्त ईंट के दो टुकड़े बरामद किए गए थे। इन्हीं ईंट से वार कर हत्या करना दोनों आरोपितों ने बताया था। उधर, ग्रामीणों का कहना था कि मौके पर ईंट के तीन टुकड़े व एक पूरी ईंट पड़ी देखी गई थी। मृतक सुनील का मोबाइल भी गायब था। बाइक घटनास्थल से कुछ दूर पड़ी मिली थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को जेल भिजवा दिया था। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपितों ने ही हत्या की थी। वहीं ग्रामीणों का कहना था कि सुनील हष्ट पुष्ट युवक था। वह दो युवकों के कब्जे में आने वाला नहीं था। इसी के मद्देनजर पुलिस ने जांच को नए सिरे से शुरू कर यह पता लगाने की कवायद शुरू की है कि कहीं दोनों आरोपितों ने पुलिस को गुमराह तो नहीं किया। कोतवाली प्रभारी यशपाल सिंह का कहना है कि इस मामले में 90 दिन में जांच पूरी करनी है। जांच को बारीकी से शुरू किया गया है। यदि अन्य आरोपित प्रकाश में आते हैं तो उन्हें भी जेल भिजवाया जाएगा।

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