किसानों की आय बढ़ाने को पीएम मत्स्य योजना बन रही वरदान

देश के किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीणों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए केंद्र सरकार की पीएम मत्स्य संपदा योजना काफी कारगर है। योजना के लिए जिले के किसानों में अभी जागरूकता की कमी प्रतित होती है। यहीं वजह है कि जिले में मत्स्य योजना के लिए तीन ही लाभार्थियों का चयन हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 10:42 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 10:42 PM (IST)
किसानों की आय बढ़ाने को पीएम मत्स्य योजना बन रही वरदान
किसानों की आय बढ़ाने को पीएम मत्स्य योजना बन रही वरदान

जागरण संवाददाता, शामली।

देश के किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीणों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए केंद्र सरकार की पीएम मत्स्य संपदा योजना काफी कारगर है। योजना के लिए जिले के किसानों में अभी जागरूकता की कमी प्रतित होती है। यहीं वजह है कि जिले में मत्स्य योजना के लिए तीन ही लाभार्थियों का चयन हुआ है।

गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में मत्स्य विभाग की प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की जिला स्तरीय समिति की

बैठक हुई। बैठक में सहायक निदेशक मत्स्य ने जिलाधिकारी

को अवगत कराया कि मत्स्य पालन संबंधित योजनाओं को प्रधानमंत्री

मत्स्य संपदा योजना के तहत समाहित किया गया है। योजना में महिला, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए 60 प्रतिशत अनुदान एवं सामान्य जाति एवं पुरूष वर्ग के लिए 40 फीसद अनुदान मिलता है। योजना में व्यक्तिगत लाभार्थी को अधिकतम दो हेक्टेयर तक की सीलिग निर्धारित है, लेकिन समूह मत्स्य समिति में दो हेक्टेयर के गुणांक में उसके सदस्यों को

अधिकतम 20 हेक्टेयर तक की सीलिग निर्धारित है। बैठक में निजी भूमि पर तालाब निर्माण (सामान्य वर्ग) के लिए क्षेत्रफल 1.798 हेक्टेयर के दो लाभार्थी एवं निजी भूमि पर तालाब निर्माण (महिला वर्ग) के लिए क्षेत्रफल 1.068 हेक्टेयर की एक महिला लाभार्थी का चयन किया गया। इसके अतिरिक्त योजना से संबंधित जानकारी विभागीय पोर्टल से प्राप्त की जा सकती है। बैठक में किसानों को जागरूक करने पर बल दिया। बैठक में जिला विकास अधिकारी प्रमोद कुमार, एलडीएम उमा शंकर गर्ग, सहायक निदेशक मत्स्य, मुजफ्फरनगर एवं शामली राजेलाल आदि मौजूद रहे।

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