बेपटरी सफाई व्यवस्था, जगह-जगह गंदगी के ढेर
शहर की सफाई व्यवस्था ढर्रे पर नहीं आ रही है। शहर में जगह-जगह गंदगी के बड़े ढेर लगे हैं।
शामली, जेएनएन। शहर की सफाई व्यवस्था ढर्रे पर नहीं आ रही है। शहर में जगह-जगह गंदगी के बड़े ढेर लगे हैं। सुबह-शाम की सफाई व्यवस्था होने के बावजूद, यह स्थिति सवाल खड़े करती है। अब तो नगर पालिका ने एक मोहल्ला-एक दिन अभियान भी चलाया हुआ है, लेकिन ऐसा लगता है कि ये अभियान भी हवाई है। जगह-जगह पसरी गंदगी पोल खोलने के लिए काफी है। स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में इन हालातों में आखिर कैसे बेहतर प्रदर्शन किया जा सकेगा।
नगर पालिका शामली में कुल 25 वार्ड हैं। प्रतिदिन शहर से 350 से 400 कुंतल कूड़ा निकलता है। कूड़े के उठान के लिए पालिका में कुल 21 वाहन हैं। 177 आउट सोर्सिग, 122 संविदा और 54 स्थायी सफाई कर्मचारी हैं। घरों से डोर-टू-डोर कूड़ा उठान का जिम्मा एक एजेंसी को दिया हुआ है, लेकिन शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। माजरा रोड, बुढ़ाना रोड, कैराना रोड, झिंझाना रोड, दिल्ली रोड के साथ ही भिक्की मोड़, गुरुद्वारा रोड समेत तमाम इलाकों में सड़कों पर गंदगी फैली रहती है। हालात देखकर लगता है कि कईं-कईं दिनों से कूड़ा उठा ही नहीं।
सड़क पर लगा गंदगी का ढेर
नगर पालिका कर्मचारी मोहल्लों से कूड़ा एकत्र करते हैं और इसके बाद सड़क किनारे जगह देखकर ढेर लगा दिया जाता है। यहां से शाम तक भी कूड़ा नहीं उठाया जाता। जब लोग परेशान हो जाते हैं और शिकायत करते हैं तो तब जाकर पालिका नींद टूटती है।
ये थी रैंक
स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 में शामली का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा था। देश में 211वीं और राज्य में 25वीं रैंक थी। इसके बाद से लगातार दावे किए जा रहे थे कि अगले सर्वेक्षण में अच्छे परिणाम आएंगे, लेकिन शहर की तस्वीर कुछ और ही बयां करने वाली है।
ये भी है सवाल
नगर पालिका ने घरों से डोर-टू-डोर कूड़ा उठान का जिम्मा एक एजेंसी को दिया गया है। 35 रुपये प्रतिमाह प्रतिघर की दर पर नगर पालिका भुगतान करती है। एजेंसी के काम करने से नगर पालिका का काम कम हुआ, ऐसे में सफाई व्यवस्था में सुधार होना चाहिए था, लेकिन स्थिति जस की तस है।
घर-घर तक जाएं
सभासद पंकज गुप्ता का कहना है कि डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए एजेंसी कर्मचारी आते तो नियमित हैं, लेकिन सिटी बजाते हुए आगे निकल जाते हैं। होना तो ये चाहिए कि कर्मचारी घर-घर तक जाएं और कुंडी खटखटाएं। काफी लोगों को एजेंसी के कर्मचारियों के आने का पता नहीं चल पाता है।
इन्होंने कहा..
सफाई व्यवस्था को बेहतर रखने का प्रयास किया जा रहा है। काफी स्थिति बदली है, लेकिन सुधार के लिए जरूरी कदम लगातार उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में एक मोहल्ला-एक दिन सफाई का अभियान में शुरू किया है।
-सुरेंद्र यादव, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका