दूषित पेयजल आपूर्ति से लोग परेशान, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध

शहर के कई इलाकों में गंदा पानी आने की समस्या है। कई मोहल्लों में तो महीनों से यह दिक्कत है। कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। नगर पालिका की पाइप लाइन से आने वाला पानी नहाने लायक तक नहीं है। ऐसे में इसके पीने योग्य होने का प्रश्न ही नहीं उठता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:10 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 11:31 PM (IST)
दूषित पेयजल आपूर्ति से लोग परेशान, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध
दूषित पेयजल आपूर्ति से लोग परेशान, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध

शामली, जेएनएन। शहर के कई इलाकों में गंदा पानी आने की समस्या है। कई मोहल्लों में तो महीनों से यह दिक्कत है। कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। नगर पालिका की पाइप लाइन से आने वाला पानी नहाने लायक तक नहीं है। ऐसे में इसके पीने योग्य होने का प्रश्न ही नहीं उठता है। इस पानी से कई बीमारियां भी हो सकती हैं। लेकिन समस्या के समाधान पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

नगर में पेयजल आपूर्ति की पाइप लाइनें काफी पुरानी हैं। इनमें लीकेज होने से गंदा पानी आता है। छोटे लीकेज का पता नहीं चलता और बारिश होने पर समस्या बढ़ जाती है। शहर के मोहल्ले गुजरातियान, धर्मपुरा, अजुध्या चौक, नंदू प्रसाद, कतरियान समेत कई क्षेत्रों में पानी में रेत व अन्य गंदगी आने से लोग परेशान रहते हैं। गुजरातियान मोहल्ला निवासी नरेश शर्मा ने बताया कि कई महीनों से रेत युक्त पानी का आ रहा है। टैंक में काफी रेत जमा हो गया है। दो-तीन में टैंक की सफाई करनी पड़ती है। पीने के लिए हैंडपंप से पानी लाना पड़ता है। धर्मपुरा निवासी निशीकांत ने बताया कि कभी पानी में रेत आता है तो काला पानी आती है। शिकायत करने पर कभी-कभी पाइप लाइन की सफाई होती है, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से यही समस्या शुरू हो जाती है। वहीं, रेलपार क्षेत्र में लो-प्रेशर की समस्या भी है। सनी चौधरी ने बताया कि अक्सर लो-प्रेशर रहता है, जिससे घर के टैंक में कम पानी ही पहुंचता है।

-बीमारियों का भी खतरा

फिजिशियन डॉ. पंकज गर्ग ने बताया कि कई बार पाइप लाइन लीकेज होने से नाले का गंदा पानी उसमें मिक्स हो जाता है। इससे टाइफाइड, वायरल हेपेटाइटिस यानी पीलिया, उल्टी-दस्त, पेट में कीड़े की समस्या हो सकती है। अगर पानी में गंदगी के साथ केमिकल भी आ जाएं तो स्वास्थ्य संबंधित अन्य बहुत सारी दिक्कतें हो सकती हैं। रेतयुक्त पानी पीने से पेट में सूजन आ सकती है। अगर उससे आंखें धोएंगे तो आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।

इन्होंने कहा

कहीं से दूषित पानी आने की शिकायत मिलती है तो समस्या का निस्तारण कराया जाता है। इस संबंध में अवर अभियंता को निर्देश भी दिए हुए हैं। अगर पाइपलाइन में कहीं कोई दिक्कत है तो उसका भी समाधान कराया जाएगा। रेलपार जोन में पेयजल आपूर्ति को बेहतर करने का काम चल रहा है।

-सुरेंद्र यादव, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका शामली।

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