जिला अस्पताल में 333 एलपीएम का आक्सीजन प्लांट और लगेगा

शामली जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को पुख्ता तैयारी की जा रही है। जिला संयु

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:07 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:07 PM (IST)
जिला अस्पताल में 333 एलपीएम  का आक्सीजन प्लांट और लगेगा
जिला अस्पताल में 333 एलपीएम का आक्सीजन प्लांट और लगेगा

शामली, जेएनएन।

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को पुख्ता तैयारी की जा रही है। जिला संयुक्त अस्पताल में जल्दी 333 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) आक्सीजन उत्पादन के प्लांट का निर्माण शुरू होगा। दो प्लांट पहले लग चुके हैं और एक निर्माणाधीन है।

जिला संयुक्त अस्पताल में 200 बेड का कोविड लेवल-2 चिकित्सालय बनाया हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचाया था। बेड की कमी तो नहीं रही थी, लेकिन आक्सीजन का प्रबंध करने में खूब मशक्कत करनी पड़ी थी। जिले में एक भी आक्सीजन उत्पादन का प्लांट नहीं था। कंडेला औद्योगिक क्षेत्र में आक्सीजन का रिफिलिग का प्लांट है, जिससे उद्योगों को आपूर्ति होती है। लेकिन कोरोनाकाल में उक्त प्लांट से अस्पताल में आपूर्ति की गई थी। दूसरे शहरों से आक्सीजन आती थी और जिले में आने तक सांसें अटकी रहती थी। मरीजों के स्वजन बेहद परेशान रहते थे।

45-45 एलपीएम क्षमता के दो आक्सीजन प्लांट पिछले तैयार हो गए थे। एक हजार एलपीएम क्षमता के प्लांट का निर्माण तेजी से चल रहा है। 105 बेड पर आक्सीजन की सेंट्रल आपूर्ति की व्यवस्था कर दी गई है। दरअसल, उक्त प्लांट सिलेंडर रिफिल नहीं हो सकते हैं और सीधे बेड पर ही सप्लाई की व्यवस्था है। सभी प्लांट तैयार होने पर क्षमता के अनुसार सेंट्रल आपूर्ति के अन्य बेड बढ़ा दिए जाएंगे। बाकी पर सिलेंडरों के माध्यम से आक्सीजन की आपूर्ति होगी। अस्पताल में छोटे-बड़े मिलाकर 200 से अधिक सिलेंडर हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संजय अग्रवाल ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए पूरी तैयारी की जा रही हैं। 40 बेड का पीकू वार्ड भी तैयार किया जा चुका है, जिसमें दस वेंटीलेटर भी लगाए हैं। जिला अस्पताल में तीसरे आक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य भी जल्द शुरू हो जाएगा। सभी प्लांट लगने के बाद कुल क्षमता 1423 आक्सीजन उत्पादन की हो जाएगी। इसके बाद निश्चित रूप से आक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी।

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