तौबा.. इमरजेंसी में आक्सीजन सिलेंडर खाली
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डा. डीके सोनकर ने सीएचसी शामली का औचक निरीक्षण किया। इमरजेंसी कक्ष में एक आक्सीजन सिलेंडर खाली मिला। मौके पर मौजूद फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। संयुक्त निदेशक ने कड़ी नाराजगी जताते हुए तत्काल सिलेंडर भरवाने के निर्देश दिए।
शामली जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डा. डीके सोनकर ने सीएचसी शामली का औचक निरीक्षण किया। इमरजेंसी कक्ष में एक आक्सीजन सिलेंडर खाली मिला। मौके पर मौजूद फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। संयुक्त निदेशक ने कड़ी नाराजगी जताते हुए तत्काल सिलेंडर भरवाने के निर्देश दिए।
मंगलवार को इमरजेंसी में दो आक्सीजन सिलेंडर थे। एक सिलेंडर पर चिट लगी थी, जिसमें सिलेंडर भरवाने और उसकी जांच का ब्योरा दर्ज था। लेकिन दूसरे सिलेंडर पर कोई कागज नहीं लगा था। पहले उन्हें दोनों सिलेंडर में आक्सीजन होना बताया गया। जब संयुक्त निदेशक ने चेक कराने के लिए कहा तो एक सिलेंडर खाली मिला। फार्मासिस्ट मनोज ने बताया कि सिलेंडर में सुबह आक्सीजन थी, हो सकता है कि कहीं से लीकेज हो गई हो। संयुक्त निदेशक ने कहा कि यह लापरवाही है। इमरजेंसी में सभी संसाधन तैयार होने चाहिए। अगर सिलेंडर खाली हुआ तो उसे वहां से हटाकर भरवाना चाहिए था।
वहीं, उन्होंने इमरजेंसी के नए कक्ष का निरीक्षण भी किया। निर्देश दिए कि उक्त कक्ष में इमरजेंसी जल्द शुरू की जाए।
राज्य स्तरीय टीम करेगी दौरा
संयुक्त निदेशक डा. डीके सोनकर के साथ ही मंडलीय क्वालिटी कंसल्टेंट उत्कृष्ट प्रजापति भी आए थे। दरअसल, निरीक्षण नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन के लिए 11, 12, 13 फरवरी को होने वाले सर्वे को लेकर किया गया। उक्त तिथि में राज्य स्तरीय टीम सीएचसी में दी जा रहीं सभी सेवाओं का आंकलन करेगी। संयुक्त निदेशक ने बताया कि इसी सिलसिले में निरीक्षण किया गया। जो भी खामियां होंगी, उन्हें दुरुस्त कराया जाएगा। सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. रमेश चंद्रा के साथ उन्होंने बैठक भी की।
सीएमओ ने भी किया निरीक्षण
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. संजय अग्रवाल ने भी मंगलवार सुबह सीएचसी का निरीक्षण किया। उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) दिवस का जायजा लिया। महिलाओं को शारीरिक दूरी का पालन कराने के निर्देश भी दिए। इमरजेंसी कक्ष, महिला वार्ड, प्रसव कक्ष, शीत श्रृंखला आदि का निरीक्षण किया। सीएचसी के शौचालय के गेट टूटे थे, जिस पर नाराजगी जताते हुए ठीक कराने के निर्देश दिए। साफ-सफाई बेहतर रखने के लिए कहा। चिकित्सकों को निर्देश दिए कि समय से ओपीडी में आएं और निर्धारित वक्त तक मरीजों को देखें।