बुखार का प्रकोप, सफाई व्यवस्था बेहाल

बुखार का प्रकोप चल रहा है। वायरल के साथ ही मलेरिया डेंगू के मरीज भी मिल रहे हैं। इसके बावजूद शहर में सफाई व्यवस्था बेपटरी है और जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिग भी नियमित नहीं हो रही है। ऐसे में बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:40 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 07:40 AM (IST)
बुखार का प्रकोप, सफाई व्यवस्था बेहाल
बुखार का प्रकोप, सफाई व्यवस्था बेहाल

शामली, जागरण टीम। बुखार का प्रकोप चल रहा है। वायरल के साथ ही मलेरिया, डेंगू के मरीज भी मिल रहे हैं। इसके बावजूद शहर में सफाई व्यवस्था बेपटरी है और जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिग भी नियमित नहीं हो रही है। ऐसे में बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।

मंडलायुक्त से लेकर जिलाधिकारी तक निर्देश दे चुकी हैं कि संचारी रोगों से बचाव के लिए सफाई व्यवस्था को बेहतर रखा जाए। नियमित रूप से एंटी लार्वा का छिड़काव व फागिग कराई जाए, लेकिन गंदगी के ढेर, उनसे उठने वाली दुर्गंध और मच्छरों का बढ़ता प्रकोप बता रहा है कि धरातल पर निर्देशों का पालन कितना हो रहा है। कैराना रोड, बुढ़ाना रोड, माजरा रोड समेत कई स्थानों पर गंदगी के ढेर देखकर पता लगता है कि कई दिन से सफाई नहीं हुई है। नाले-नालियों में भी गंदगी भरी पड़ी है। यह है दावा

नगर पालिका परिषद शामली के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र यादव का कहना है कि एंटी लार्वा और फागिग के लिए रोस्टर बनाया है। एक दिन में एक से दो वार्ड में कराई जाती है। जहां पर बुखार के मरीज होने की सूचना मिलती है तो वहां पर अधिक फोकस है। सफाई को लेकर भी निरीक्षक एवं नायकों को निर्देश दिए हुए हैं। 60 सैंपलों की एलाइजा जांच

जिले में अब तक डेंगू के संदिग्ध 60 मरीजों की एलाइजा जांच हो चुकी है। उक्त में से एक की रिपोर्ट ही पाजिटिव आई है। सैंपल मुजफ्फरनगर भेजे जाते हैं और दो से तीन दिन में रिपोर्ट आ जाती है। डेंगू के तीन मरीज मेरठ में मिले हैं, जो मूल रूप से शामली के निवासी हैं। इस वर्ष मलेरिया के मरीजों की संख्या 35 है। जिला मलेरिया अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि बुखार के मरीजों की सूचना मिलने पर टीम जाती है। शिविर लगाकर मरीजों को दवा दी जा रही है और लक्षणों के आधार पर सैंपल लिए जा रहे हैं। कोई मरीज नहीं है भर्ती

सीएचसी की ओपीडी में बुखार के मरीजों की संख्या काफी अधिक है। लेकिन किसी को भी भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी है और ऐसे में वार्ड खाली है। चिकित्सक डा. दीपक कुमार ने बताया कि बुखार के मरीजों की सामान्यत: कोरोना, मलेरिया,डेंगू और टाइफाइड की जांच तो कराई ही जाती है। सीएचसी स्तर पर डेंगू की एंटिजन जांच होती है। अगर इसमें कोई पाजिटिव आता है तो एलाइजा के लिए सैंपल लिया जाता है। लक्षणों को न करें नजरंदाज

चिकित्सक डा. पंकज गर्ग ने बताया कि डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार के साथ शरीर पर लाल चकते पड़ते हैं। सिर के साथ पूरे शरीर में दर्द होता है। भूख कम लगती है और कमजोरी आती है। गंभीर मामलों में नाक, मुंह और मसूड़ों से खून भी आ सकता है। बरतें सावधानी

-गमलों, कूलर, बाल्टी, टायर आदि में पानी भरा न रहने दें। कूलर से एक सप्ताह में पानी बदल दें।

-मच्छरों से बचाव के लिए शरीर को कपड़ों से ढककर रखें। अधिक मच्छर हो तो मच्छरदानी लगाकर सोएं।

-पौष्टिक आहार लें और कटे-फटे फल-सब्जियों को न खरीदें। पानी को उबालकर ही पीएं।

-बुखार आने पर चिकित्सक को दिखाएं। खुद से पैरासिटामोल के अलावा कोई दवा न लें।

chat bot
आपका साथी