किसी को आक्सीजन तो किसी को एंबुलेंस की रहती है दरकार

जिले के इंट्रीग्रेटेड एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर पर रोजाना मरीज को भर्ती कराने आक्सीजन व एंबुलेंस को लेकर शिकायतें सामने आ रही हैं। कोविड कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय तौर पर चालू हैं। डीएम जसजीत कौर के आकस्मिक निरीक्षण के कारण यहां कर्मचारी पूरी तरह से हर काल को रिसीव कर समस्याओं का निराकरण भी करा रहे हैं। हालांकि रोजाना पांच से 20 तक शिकायतें प्राप्त हो रही है। इनका निदान भी हाथों हाथ कराने की व्यवस्था की गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 11:50 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 11:50 PM (IST)
किसी को आक्सीजन तो किसी को एंबुलेंस की रहती है दरकार
किसी को आक्सीजन तो किसी को एंबुलेंस की रहती है दरकार

शामली, जेएनएन। जिले के इंट्रीग्रेटेड एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर पर रोजाना मरीज को भर्ती कराने, आक्सीजन व एंबुलेंस को लेकर शिकायतें सामने आ रही हैं। कोविड कंट्रोल रूम 24 घंटे सक्रिय तौर पर चालू हैं। डीएम जसजीत कौर के आकस्मिक निरीक्षण के कारण यहां कर्मचारी पूरी तरह से हर काल को रिसीव कर समस्याओं का निराकरण भी करा रहे हैं। हालांकि रोजाना पांच से 20 तक शिकायतें प्राप्त हो रही है। इनका निदान भी हाथों हाथ कराने की व्यवस्था की गई हैं।

जिले के कलक्ट्रेट में कोविड कंट्रोल रूम की सुचारू व्यवस्था की गई है। यहां 24 घंटे सेवाएं देने के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति शिफ्टों के तहत लगाई गई है। लगातार तैनात कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी गई है, कि कोई भी काल मिस न हो। वहीं काल मिलते ही समस्या का निदान तेजी से कराया जाए। कोविड कंट्रोल रूम पर मिलने वाली तमाम शिकायतों को रजिस्टर में दर्ज कराने की व्यवस्था की गई हैं। यहीं वजह है कि जनवरी 2021 से फिर से शुरू हुए कंट्रोल रूम पर फिलहाल तक 403 शिकायतें दर्ज की गई हैं। कोविड कंट्रोल पर रजिस्टर के मुताबिक, आक्सीजन को घर पर मुहैया कराने, कोविड एल-2 हास्पिटल में मरीज भर्ती, एंबुलेंस व्यवस्था समेत विभिन्न शिकायतें सामने आती रहती हैं। शुरूआती दौर में कम शिकायतें रही है, लेकिन कुछ दिनों से केस बढ़ने के बाद से 20 शिकायतें प्रतिदिन तक सामने आ रही हैं। डीएम जसजीत कौर लगातार कंट्रोल रूम का निरीक्षण करती रही है। यहीं वजह है कि यहां काल रीसिव करते ही समाधान कराया जाता है। कंट्रोल रूम पर परिवार के सदस्यों की जांच कराने को लेकर भी काल आती है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को कहकर जांच कराई जाती है। डीएम जसजीत कौर ने बताया कि कंट्रोल रूम पर हर काल को रिसिव कराते हुए समस्या का त्वरित समाधान कराया रहा है। सभी कर्मियों को इसके लिए सख्त हिदायत दी गई हैं।

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