पुलिस से पंगे पर खाकी के निशाने पर आया था मुकीम- गिरोह
मुकीम काला अपने गैंग के दो दर्जन साथियों के साथ मिलकर वेस्ट यूपी समेत हरियाणा तथा पंजाब में आपराधिक वारदातें किया करता था। उसके गैंग के सभी सदस्यों पर पुलिस रिकार्ड में कुल 81 मुकदमे दर्ज हैं। मुकीम काला का दुस्साहस इतना बढ़ गया कि उसने पुलिस पर हाथ डालना शुरू कर दिया। इसके बाद खाकी ने गिरोह पर शिकंजा कसा।
जेएनएन, शामली। मुकीम काला अपने गैंग के दो दर्जन साथियों के साथ मिलकर वेस्ट यूपी समेत हरियाणा तथा पंजाब में आपराधिक वारदातें किया करता था। उसके गैंग के सभी सदस्यों पर पुलिस रिकार्ड में कुल 81 मुकदमे दर्ज हैं। मुकीम काला का दुस्साहस इतना बढ़ गया कि उसने पुलिस पर हाथ डालना शुरू कर दिया। इसके बाद खाकी ने गिरोह पर शिकंजा कसा।
पुलिस रिकार्ड के अनुसार, गांव में दादागीरी कर युवकों पर रौब गालिब करने वाले मुकीम ने हरियाणा के पानीपत में चोरी की वारदात की। पानीपत सदर थाने में दर्ज मुकदमा नंबर 168 वर्ष 2010-धारा 457,380 वह मुकदमा है, जिसके बाद मुकीम ने ताबड़तोड़ गंभीर अपराध किए। मुकीम गिरोह के खिलाफ पुलिस का रिकार्ड 81 मुकदमे दर्ज दर्शा रहा है, जबकि अकेले मुकीम पर पुलिस ने लूट, हत्या, जानलेवा हमला आदि के 60 मुकदमे दर्ज होना बताया है। मुकदमों की भरमार के बाद भी मुकीम गैंग यूपी पुलिस के टारगेट पर नहीं था। यूपी पुलिस मुकीम गैंग के पीछे तब पड़ी जब शामली के झिझाना थानांतर्गत बिड़ौली के पास गैंग ने 5 जुलाई 2011 को कग्गा आदि के साथ मिलकर सिपाही सचिन की हत्या कर डाली। मुकीम गैंग ने थाना बेहट सहारनपुर के धौलाकुंआ में चौदह अक्टूबर 2011 को रायल्टी के कैश लूटने के दौरान सिपाही बलबीर व होमगार्ड पर हमला कर दिया। इसमें सिपाही बलबीर की मौत हो गई। मुकीम गैंग ने फरवरी 2015 में सहारनपुर में सीओ के हमराह सिपाही राहुल ढाका की हत्या कर कारबाइन लूट ली। बेहट में मुकीम गैंग ने 12 अगस्त 2013 को रायपुर में सुरक्षा कर्मी को गोली मारकर घायल कर राइफल लूट की वारदात को अंजाम दिया। शामली में नया बाजार स्थित आबकारी कार्यालय के गारद को गोली मार कर उसकी बंदूक लूट ली थी। इसके बाद मुकीम गैंग पुलिस के निशाने पर आ गया था। बीस अक्टूबर 2015 को दिल्ली बार्डर पर मुकीम व साबिर को एसटीएफ के आइजी सुजीत पांडेय की अगुवाई में गिरफ्तार कर लिया गया।