देहरादून में कोचिंग चलाता था मोनू, लाकडाउन में किया बंद

यदि पुलिस की माने तो गिरफ्तार तीनों युवक किसान परिवार से हैं लेकिन यह बात भी सच है कि गिरफ्तार युवक मोनू बीते वर्षो में देहरादून में एक कोचिग सेंटर चलाता था। संभवत वहीं कोई शातिर उसके संपर्क में आया है और उसके संपर्क का नतीजा सभी के सामने है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 08:20 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 08:20 PM (IST)
देहरादून में कोचिंग चलाता था मोनू, लाकडाउन में किया बंद
देहरादून में कोचिंग चलाता था मोनू, लाकडाउन में किया बंद

शामली, जागरण टीम। यदि पुलिस की माने तो गिरफ्तार तीनों युवक किसान परिवार से हैं लेकिन यह बात भी सच है, कि गिरफ्तार युवक मोनू बीते वर्षो में देहरादून में एक कोचिग सेंटर चलाता था। संभवत: वहीं कोई शातिर उसके संपर्क में आया है और उसके संपर्क का नतीजा सभी के सामने है।

एसटीएफ टीम ने जानकारी दी कि रवि, धर्मेंद्र और मोनू की शिक्षा कोई ज्यादा नहीं है, लेकिन उनका दिमाग बेहद शातिर निकला। वैसे तो यह बात अभी जांच पड़ताल में सामने नहीं आई है कि यह युवक इस धंधे से कैसे जुड़े, लेकिन एक सच यह सामने आया है कि झाल निवासी प्रधान का बेटा मोनू लाकडाउन से पहले हरियाणा निवासी युवकों के साथ देहरादून में कोचिग सेंटर चलाता था।

लाकडाउन के कारण सब कुछ बंद होने के चलते उनका कोचिग सेंटर भी बंद हो गया था। इसी कारण माना जा रहा है कि शिक्षा से जुड़े इस अपराध का ककहरा देहरादून में गढ़ा गया है। इन युवकों का संपर्क अलीगढ़ निवासी युवक से कैसे हुआ, इसकी भी जांच की जाएगी।

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अलीगढ़ निवासी है मास्टर माइंड

पुलिस के अनुसार, एसटीएफ टीम ने शामली से तीन शातिर युवकों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपित मौके से भाग निकला। गिरफ्तार युवकों ने जानकारी दी कि पेपर उन्होंने गौरव पुत्र प्रमोद निवासी गांव हजियापुर, थाना टप्पल अलीगढ़ व उनके दो साथियों से पांच लाख में खरीदा था। दोनों युवक कौन और कहां के रहने वाले हैं, उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। आसान पेपर को देख खिले अभ्यर्थियों के चेहरे, फिर हुए मायूस

शामली, जागरण टीम। करीब एक माह से जिले के 13 परीक्षा केंद्रों पर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को शांतिपूर्ण और नकलविहीन संपन्न कराने के लिए प्रशासन लगा हुआ था। रविवार को परीक्षा शुरू होने से पहले ही अन्य जिलों में प्रश्न-पत्र लीक हो गया। जिससे शामली में भी परीक्षा को स्थगित करना पड़ा। वहीं, प्रश्न-पत्र को देखकर छात्र-छात्राओं के चेहरे खिले नजर आए, लेकिन परीक्षा स्थगित होते ही मायूसी देखने को मिली। शामली में करीब 11 बजे सभी केंद्रों पर परीक्षा स्थगित होने की जानकारी दी गई। डीएम-एसपी ने सभी केंद्रों का निरीक्षण किया।

रविवार को यूपी टीईटी की परीक्षा के मद्देनजर सुबह साढ़े नौ बजे से ही अभ्यर्थी केंद्रों पर पहुंचने लगे। कोविड गाइडलाइन के चलते मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग करते हुए परीक्षा केंद्रों में प्रवेश किया। परीक्षा कक्ष में जैसे ही प्रश्न-पत्र मिले तो अभ्यर्थियों के चेहरे खिले उठे। करीब 11 बजे तक अधिकतर अभ्यर्थियों ने 70-75 प्रश्न हल कर लिए थे। इसके बाद डीआइओएस सरदार सिंह की ओर से सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा स्थगित करने की बात कही गई। उसके बाद अभ्यर्थी केंद्रों से बाहर आए तो सभी केंद्रों के बाहर भीड़ लग गई।

अभ्यर्थियों ने बताया कि प्रश्न-पत्र बहुत आसान आया था, लेकिन लीक होने के बाद बहुत दुख हो रहा है। अब पता नहीं परीक्षा होगी भी या नहीं होगी। साथ ही उम्र भी निकली जा रही है। ऐसे में परीक्षा लीक करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और जल्दी से जल्दी हमारी पुन: परीक्षा कराई जानी चाहिए।

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