मैडम, पांच हजार न देने पर स्कूल ने कर दी नंबर कटौती

कोविड काल में ठंडे बस्ते में पडे़ स्कूलों ने प्रमोट करने के नाम पर बोर्ड परीक्षा में नंबर देने के लिए खूब लूट मचाई की है। दो छात्राओं ने डीएम को ज्ञापन देकर सेंट आरसी स्कूल झिझाना पर पांच हजार रुपये न देने पर इंटर के परिणाम में कम नंबर देने का आरोप लगाया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:20 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:20 PM (IST)
मैडम, पांच हजार न देने पर स्कूल ने कर दी नंबर कटौती
मैडम, पांच हजार न देने पर स्कूल ने कर दी नंबर कटौती

शामली, जागरण टीम। कोविड काल में ठंडे बस्ते में पडे़ स्कूलों ने प्रमोट करने के नाम पर बोर्ड परीक्षा में नंबर देने के लिए खूब लूट मचाई की है। दो छात्राओं ने डीएम को ज्ञापन देकर सेंट आरसी स्कूल झिझाना पर पांच हजार रुपये न देने पर इंटर के परिणाम में कम नंबर देने का आरोप लगाया है। डीएम ने मामले की जांच डीआइओएस को सौंप दी है। वहीं, डीआइओएस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कोरोना के चलते केंद्र सरकार के आदेश पर बोर्ड परीक्षाओं को सीबीएसई ने रद कर दिया था। उसके बाद प्रमोट करते हुए स्कूलों को नंबर देने की बात कही गई थी, लेकिन शामली के कुछ स्कूलों ने इसमें खेल कर दिया। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को सामने आया। झिझाना क्षेत्र की दो छात्राएं कलक्ट्रेट पहुंची। उन्होंने डीएम को बताया कि वह सेंट आरसी स्कूल झिझाना की छात्रा है। बोर्ड की ओर से प्रमोट का फार्मूला आने के बाद सेंट आरसी स्कूल में अभी कुछ दिन पूर्व परीक्षा कराई गई। साथ ही छात्रा शिवानी के पिता रामकुमार कश्यप के अनुसार वहां बोर्ड परिणाम में अच्छे अंक के लिए प्रति छात्र पांच हजार रूपये की मांग की गई।

उन्होंने आरोप लगाया कि पैसे न देने पर छात्राओं के नंबर कम आए। उन्होंने बताया कि दसवीं में शिवानी के नंबर 87 फीसद थे, जो इंटर प्रमोट रिजल्ट में 68.8 फीसद ही अंक दिए गए। जिससे वह निराश है। साथ ही वहीं की छात्रा तापसी पंवार ने भी पैसे न देने पर नंबर कम करने का आरोप लगाया। डीएम ने गंभीरता से मामले को सुनने के बाद मामले की जांच जिला विद्यालय को सौंप दी है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।

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इन्होंने कहा..

सीबीएसई की ओर से साफ्टवेयर बनाया गया था। जिसमें गड़बड़ी नहीं हो सकती थी। कोई भी स्कूल पैसों को लेकर बच्चों का भविष्य खराब नहीं कर सकता। 11 वीं की परीक्षा के बारे में कुछ नहीं कह सकती हूं।

-आशु त्यागी, जिला नोडल अधिकारी शामली

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मामला संज्ञान में आया है। पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एक कालेज के प्रधानाचार्य से मामले की जांच करा रहे हैं। जांच के बाद आग की कार्रवाई की जाएगी।

सरदार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक शामली

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छात्राओं की ओर से जो आरोप लगाएं गए हैं। वह निराधार है। इस मामले में प्रबंधक समिति जवाब दे चुकी है।

अरविद कुमार, प्रधानाचार्य सेंट आरसी स्कूल झिझाना

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