बिगड़ा मौसम, आंधी के साथ हुई बूंदाबांदी, बिजली गुल

दिनभर गर्मी के बाद शाम को मौसम ने करवट बदली। धूल भरी आंधी चली और बूंदाबांदी भी हुई। गर्मी से काफी राहत मिली है। हालांकि आंधी में दोपहिया के साथ ही अन्य वाहन चलाना भी मुश्किल रहा। साथ ही बिजली आपूर्ति भी बंद रही।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 10:57 PM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 10:57 PM (IST)
बिगड़ा मौसम, आंधी के साथ हुई बूंदाबांदी, बिजली गुल
बिगड़ा मौसम, आंधी के साथ हुई बूंदाबांदी, बिजली गुल

शामली, जागरण टीम। दिनभर गर्मी के बाद शाम को मौसम ने करवट बदली। धूल भरी आंधी चली और बूंदाबांदी भी हुई। गर्मी से काफी राहत मिली है। हालांकि आंधी में दोपहिया के साथ ही अन्य वाहन चलाना भी मुश्किल रहा। साथ ही बिजली आपूर्ति भी बंद रही।

इस बार मौसम का मिजाज कब बदल जाए, कुछ नहीं पता लग रहा। कभी गर्मी काफी बढ़ जाती है तो कभी आंधी-बारिश होने लगती है। शुक्रवार को सुबह आसमान मुख्यत: साफ था। दिन चढ़ने के साथ तपिश बढ़ती चली गई। उमस कभी काफी अधिक थी। ऐसे में गर्मी ने लोगों को हलकान किया। शाम को करीब पांच बजे से मौसम में बदलाव आया और बादल छाने लगे। कुछ देर बाद आंधी चलने लगी और धूल के गुबार ने सड़क पर चलना मुश्किल कर दिया। बाइक-स्कूटी के साथ ही अन्य वाहनों के चालकों को भी रुकना पड़ा। पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था। करीब 15 से 20 मिनट तक आंधी रही और फिर हवा थोड़ा हल्की हो गई। इसके बाद बूंदाबांदी शुरू हो गई। बाजार शाम सात बजे बंद हो गए और ऐसे में सड़कों पर सन्नाटा सा पसर गया। बूंदाबांदी खबर लिखे जाने तक जारी थी। वहीं, मौसम बिगड़ते ही ऊर्जा निगम ने एहतियातन बिजली आपूर्ति को बंद कर लिया था। रात साढ़े आठ बजे तक भी बत्ती गुल थी और जगह-जगह सन्नाटा पसरा था। मौसम की स्थिति थोड़ा सामान्य होने पर बिजली चालू की जाएगी तो, तब पता चलेगा कि आंधी से कहां-कहां फाल्ट आए हैं। वहीं, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.6 और न्यूनतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस रहा। आम की फसल को भारी नुकसान

मौसम की मार से इस बार आम की फसल को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। कई बार आंधी चल चुकी है। वैसे तो पेड़ों पर बौर अच्छा आया था, लेकिन आंधी से बौर व फल काफी टूटा है। ऐसे में बागवान और ठेकेदारों की चिता बढ़ गई है। ठेकेदार मुस्तकीम ने बताया कि हर कुछ दिन में मौसम बिगड़ रहा है। मुनाफे की कहीं से कहीं तक कोई उम्मीद है। वैसे भी कोरोनाकाल है और पता नहीं मंडी में भाव क्या होगा। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा. विकास मलिक ने बताया कि अगर ठीक-ठाक बारिश होती है तो गन्ने की पछेती फसल के साथ ही सब्जियों की फसल को भी नुकसान हो सकता है। बीमारियों से बचाव करें

चिकित्सक डा. पंकज गर्ग ने बताया कि धूल उड़ने से सांस रोगियों की दिक्कत बढ़ सकती है। इसलिए वह गर्म पानी पीएं और घर से बाहर निकलें। साथ ही धूप से एलर्जी की समस्या भी बढ़ जाती है। बारिश हर कुछ दिन में हल्की-ज्यादा हो ही रही है। ऐसे में मच्छरों का प्रकोप बढ़ सकता है और मच्छरों से डेंगू, मलेरिया बीमारी हो सकती है। बार-बार मौसम बदलने से वायरल संक्रमण का भी खतरा अधिक रहता है। थोड़ी सावधानियां बरतें। जैसे मच्छरों से बचाव करें, पानी उबालकर पीएं और साफ-सफाई का ध्यान रखें। साथ ही ठंडी चीजों के सेवन से परहेज करें।

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