बकाया गन्ना भुगतान की मांग को धरना बरकरार

जागरण संवाददाता, शामली : बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसानों का धरना मंगलवार को भ्

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 10:15 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 10:15 PM (IST)
बकाया गन्ना भुगतान की मांग को धरना बरकरार
बकाया गन्ना भुगतान की मांग को धरना बरकरार

जागरण संवाददाता, शामली : बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसानों का धरना मंगलवार को भी जारी रहा। बारिश होने के बावजूद मंगलवार को किसान धरने पर डटे रहे है। बारिश होने पर किसान एडीएम आफिस के पीछे जाकर धरना शुरू कर दिया। वहीं किसानों ने स्पष्ट किया कि भुगतान होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। किसान इस मर्तबा किसी भी सूरत में पीछे हटने वाले नहीं है।

मंगलवार को शामली कलक्ट्रेट में किसान यूनियन का धरना प्रदर्शन सातवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान किसान यूनियन के अध्यक्ष सवित मलिक ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों का 14 दिनों में भुगतान करने का वादा करती है, लेकिन कई वायदे करने के बावजूद भी भुगतान कराने में नाकाम है। उन्होंने कहा कि किसान को सरकार केवल गन्ने के उत्पाद चीनी से पेमेंट करती है। यह पॉलिसी में तय है कि सरकार केवल चीनी को ही गन्ने का प्रॉडक्ट यानि उत्पाद मानती है, लेकिन सही तो यह है कि गन्ने का वहीं उत्पाद है। जिसे सीधा गन्ने से बनाया जाए। जैसे गन्ने को पकाकर चीनी बनाई जाती है, वैसे ही जूस रहित गन्ना यानि खोई, मल्ली और सीरा भी निकलता है, जोकि गन्ने के प्रोडक्ट है। इसलिए सबसे पहले तो सरकार को कागजों को सही करें। ऐसा करने से किसानों का पेमेंट चारों प्रोडक्ट से हो सकेगा। कहा कि पिछले करीब एक सप्ताह से किसानों का आंदोलन जारी है, लेकिन प्रदेश सरकार का कोई भी नेता किसानों के बीच नही पहुंचा, जिससे किसान खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मिल, संजीव लिलौन, मनोज चौधरी, नरेंद्र प्रधान, प्रियांशु मलिक, र¨वद्र ¨सह राजकुमार, विक्रम ¨सह, रणवीर ¨सह, महिपाल ¨सह, योगेंद्र ¨सह आदि मौजूद रहे।

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