सरकार की अनदेखी से बदहाल हो रहा खांडसारी उद्योग

गुरुवार को मैसर्स महावीर गुड एवं खांडसारी उद्योग की ओर से राजेश कश्यप ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन गन्ना मंत्री सुरेश राणा को सौंपा। उन्होंने बताया कि गुड़ शक्कर खांडसारी उत्पादन कृषि का ही एक अंग है। इसके बावजूद भी कृषि क्षेत्र में मिलने वाली सुविधाओं से वंचित है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 11:00 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 11:00 PM (IST)
सरकार की अनदेखी से बदहाल हो रहा खांडसारी उद्योग
सरकार की अनदेखी से बदहाल हो रहा खांडसारी उद्योग

शामली, जागरण टीम। गुरुवार को मैसर्स महावीर गुड एवं खांडसारी उद्योग की ओर से राजेश कश्यप ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन गन्ना मंत्री सुरेश राणा को सौंपा। उन्होंने बताया कि गुड़ शक्कर खांडसारी उत्पादन कृषि का ही एक अंग है। इसके बावजूद भी कृषि क्षेत्र में मिलने वाली सुविधाओं से वंचित है। गुड़ उत्पादक किसान भारी घाटे में हैं, क्योंकि सरकार की तरफ से उचित सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। इसके कारण गुड़ उत्पादक बदहाल स्थिति में है। उन्होंने मांग की कि विद्युत का चार से छह माह का सीजनल कनेक्शन एक लाख 40 हजार से एक लाख 75 हजार रुपये में मिलता है। गुड़ उत्पादकों को कृषि क्षेत्र की तरह विद्युत आपूर्ति कराकर कृषि बिलों के समान ही भुगतान लिया जाए। इसके साथ ही गन्ने की पत्ती, खोई सदियों से शक्कर गुड़ व खांड बनाने के काम आ रहा है। प्रदूषण के नाम पर अधिकारी परेशान करते हैं। दैवीय आपदा व दुर्घटना होने पर गुड़ उत्पादकों को दुर्घटना बीमा व सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। बंदरों का झुंड हो रहा हमलावर, कस्बावासी परेशान

संवाद सूत्र, जलालाबाद : जलालाबाद में बंदरों की संख्या बढ़ रही है। बंदरों के झुंड घरों में घुसकर हमला कर रहे हैं। बंदरों की दहशत से घरों में कामकाज करना महिलाओं के लिए मुश्किल हो रहा है।

नगर पंचायत प्रशासन पूर्व में भी कई बार कस्बे से बंदरों को पकड़वाकर बाहर छुड़वा चुकी है। हालांकि कुछ दिनों के बाद बंदरों के झुंड फिर से कस्बे में दिखाई देने लगते हैं। एक साल पूर्व नगर पंचायत में कस्बावासियों की मांग पर बंदरों को पकड़वाकर बाहर छुड़वाया गया था, लेकिन अब फिर से बंदरों की संख्या सैकड़ों में है। बंदरों के झुंड घरों में घुसकर खाने का सामान उठा ले रहे हैं। घरों में घुसने से रोकने पर हमलावर हो रहे हैं। मोहल्ला गांधी चौक, प्रताप नगर, कटहरा बाजार, रामनगर, जामिन अली में बंदरों की संख्या सबसे अधिक है। घरों में महिलाओं का बंदरों के डर से कामकाज करना मुश्किल हो रहा है। बंदरों के दहशत में कई महिलाएं जीने से गिर कर घायल हो चुकी हैं। समाजसेवी रीना गुप्ता, रीटा सैनी, सभासद बबली कश्यप, शकुंतला आहूजा आदि ने नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी से बंदर पकड़वाने की मांग की है।

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