जांच की रफ्तार बढ़ी, कोरोना हुआ सुस्त
जिले में कोरोना की दस्तक को सात माह हो चुके हैं। पहला केस 24 मार्च को सामने आया था। हर माह कोरोना के केस बढ़ते चले गए। पिछले एक माह में तो सर्वाधिक 1400 केस आए थे। लेकिन अब कोरोना की गति सुस्त पड़ी है जबकि जांच की गति बढ़ी है। अब प्रतिदिन 1400 से अधिक लोगों की जांच हो रही है।
शामली, जेएनएन। जिले में कोरोना की दस्तक को सात माह हो चुके हैं। पहला केस 24 मार्च को सामने आया था। हर माह कोरोना के केस बढ़ते चले गए। पिछले एक माह में तो सर्वाधिक 1400 केस आए थे। लेकिन अब कोरोना की गति सुस्त पड़ी है, जबकि जांच की गति बढ़ी है। अब प्रतिदिन 1400 से अधिक लोगों की जांच हो रही है। सातवें माह की बात करें तो 551 केस ही आए हैं। यानी एक माह में संक्रमित मिलने में ढाई गुना से अधिक की कमी आई है। हालांकि केस भले ही कम मिल रहे हों, लेकिन खतरा टला नहीं है। इसलिए बचाव के लिए पहले की तरह ही पूरी सतर्कता बरतने की जरूरत है।
सीएमओ ने बताए केस कम होने के प्रमुख कारण
मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डा. वीर बहादुर ढाका ने बताया कि जो भी संक्रमित मिलते हैं, उनके संपर्क में आने वालों को विशेष अभियान चलाते हुए चिन्हित किया जाता है। साथ ही पहले शुगर, हृदय, सांस आदि की बीमारी से ग्रस्त और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की प्राथमिकता के आधार पर जांच कराई जा रही है। लोगों को सावधानी के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है और लोग खुद भी गंभीरता दिखा रहे हैं। दस दिन पहले तक 1100-1200 लोगों की जांच प्रतिदिन हो रही थी, लेकिन अब 1400 से अधिक जांच रोजाना कराई जा रही है। यही सब प्रमुख कारण कोरोना केस में कमी आने के नजर आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की पूरी कोशिश रही कि कोरोना की चेन को तोड़ा जाए।
20 सितंबर के बाद से कम हुए केस
20 सितंबर को 88 नए केस मिले थे। इससे पहले भी कभी 60 तो कभी 80 केस मिलते रहे। लेकिन 20 सितंबर के बाद से कमी आनी शुरू हो गई। पिछले कई दिनों से कभी छह तो कभी दस केस मिल रहे हैं।
त्योहारी सीजन चुनौती
नवरात्र से त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। अब एक के बाद एक त्योहार है और बाजारों में भीड़ भी है। साथ ही बदलते मौसम में भी वायरल बुखार, जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में त्योहारी सीजन चुनौती भी है। क्योंकि भीड़ में शारीरिक दूरी का पालन नहीं होता है और बदलते मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित होती है। ऐसे में संक्रमण का खतरा अधिक होता है।
सात माह में कोरोना केस
माह, मिले कोरोना पाजिटिव, मौत
24 मार्च से 24 अप्रैल, 18 केस, 00
25 अप्रैल से 24 मई, 12 केस, 00
25 मई से 24 जून, 81 केस, 04
25 जून से 24 जुलाई, 234, 04
25 जुलाई से 24 अगस्त, 442, 07
25 अगस्त से 24 सितंबर, 1400, 04
25 सितंबर से 24 अक्टूबर, 551, 07
(35 कोरोना के केस ऐसे हैं, जिनकी अन्य जिलों में जांच हुई और वह शामली जिले के निवासी थे)